दाँतों की सेंसिटिविटी के पीछे छिपे 7 आम कारण और बचाव के असरदार तरीके
Summary: दाँतों की सेंसिटिविटी एक आम परेशानी है, जिसमें ठंडा, गर्म या मीठा खाने-पीने से दाँतों में तेज़ चुभन या दर्द होता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे दाँत की ऊपरी परत का घिस जाना, ज़्यादा ज़ोर से ब्रश करना, कैविटी या दरार होना, या मसूड़ों का पीछे हट जाना। जब दाँत की सुरक्षा कम हो जाती है, तो ठंडा-गर्म सीधा नसों तक पहुँचता है और दर्द होता है। इससे राहत पाने के लिए सेंसिटिविटी वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें, ब्रश सही तरीके से करें और ज़रूरत हो तो डेंटिस्ट से सलाह लें।
Overview
क्या आप ठंडा या गर्म खाने पर अचानक से दाँतों में चुभन (toothache) महसूस करते हैं? या कुछ मीठा खाते ही झनझनाहट (tingling) जैसा महसूस होता है? ये संकेत दाँतों में सेंसिटिविटी (tooth sensitivity) के हो सकते हैं। बहुत से लोग दाँतों की सेंसिटिविटी यानी संवेदनशीलता से परेशान हैं। ये एक आम समस्या है जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर सकती है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे दाँतों में सेंसिटिविटी के पीछे छिपे 7 आम कारण और साथ ही उससे बचने के आसान उपाय।
दाँतों में सेंसिटिविटी क्या होती है? What is Tooth Sensitivity?
दाँतों में सेंसिटिविटी एक आम लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है जिसमें किसी व्यक्ति को ठंडा (cold), गर्म (hot), मीठा (sweet) या खट्टा (sour) खाने-पीने पर अचानक तेज़ चुभन (tooth pain) या झनझनाहट महसूस होती है। यह समस्या तब होती है जब दाँत की सुरक्षा करने वाली बाहरी परत, जिसे एनामेल (enamel) कहा जाता है, धीरे-धीरे घिस जाती है या कमजोर हो जाती है। इसी तरह, अगर मसूड़े पीछे हट जाएँ (gums recede) तो दाँतों की जड़ें (root) खुल जाती हैं, जो सीधे नसों से जुड़ी होती हैं। जब ये नसें बाहरी चीज़ों के संपर्क में आती हैं, तो सेंसिटिविटी (sensitivity) की समस्या होती है। यह चुभन कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट तक रह सकती है और यह किसी एक दाँत में हो सकती है या पूरे जबड़े में भी महसूस हो सकती है। कई बार यह दर्द इतना तेज़ होता है कि व्यक्ति सामान्य भोजन (normal food) या पेय (drink) भी नहीं ले पाता। यह संकेत हो सकता है कि आपके दाँत कमजोर (weak) हो रहे हैं और उन्हें तुरंत देखभाल की ज़रूरत है।
गुड़गांव में मिरेकल्स मेडिक्लिनिक की वरिष्ठ दंत चिकित्सक (senior dentist in Gurgaon) डॉ. दिव्याक्षी चौहान कहती हैं "दाँतों की संवेदनशीलता को अक्सर हल्के में लिया जाता है, लेकिन यह दाँतों के स्वास्थ्य (dental health) का एक महत्वपूर्ण संकेत है। सही देखभाल, नियमित जांच (regular checkup) और सावधानी से इस समस्या को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आपको सेंसिटिविटी लगातार बनी रहती है, तो डॉक्टर से मिलकर उचित उपचार ज़रूर करवाएं।"
दाँतों में सेंसिटिविटी के कारण Causes of Tooth Sensitivity
दाँतों में सेंसिटिविटी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जो जानना और समझना बहुत ज़रूरी है ताकि सही तरीके से इसका इलाज किया जा सके। इसके कारणों में शामिल हो सकते हैं
1. ज्यादा जोर से ब्रश करना (Brushing too hard)
कई लोग सोचते हैं कि ज्यादा जोर से ब्रश करने से दाँत अच्छी तरह साफ हो जाते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल सही नहीं है। हार्ड ब्रश (hard brush) या ज़्यादा दबाव (pressure) से ब्रश करने पर दाँत की ऊपरी परत घिस जाती है, जिससे सेंसिटिविटी हो जाती है।
बचाव कैसे करें:
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सॉफ्ट ब्रिस्टल वाला ब्रश इस्तेमाल करें।
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हल्के हाथ से ब्रश करें, खासकर मसूड़ों के पास।
2. दाँतों का पिसना (Teeth Grinding)
कुछ लोग सोते वक्त (sleep) या तनाव (stress) में अनजाने में दाँत पीसते हैं, जिससे दाँत घिस जाते हैं और वे सेंसिटिव हो जाते हैं।
बचाव कैसे करें:
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दंत चिकित्सक से नाइट गार्ड के बारे में पूछें।
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तनाव कम करने की कोशिश करें।
3. दाँतों की सफाई में लापरवाही (Negligence in Cleaning Teeth)
अगर आप नियमित ब्रश (brush) और फ्लॉस (floss) नहीं करते, तो दाँतों पर प्लाक जम जाता है जो धीरे-धीरे मसूड़ों को नुकसान पहुँचाता है। इससे दाँतों की जड़ें एक्सपोज़ (expose) हो जाती हैं और सेंसिटिविटी बढ़ जाती है।
बचाव कैसे करें:
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दिन में दो बार ब्रश करें।
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रोज़ाना फ्लॉस करें।
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हर 6 महीने में डेंटिस्ट से क्लीनिंग कराएं।
4. एसिडिक फूड्स और ड्रिंक्स का ज़्यादा सेवन (Excessive Consumption of Acidic Foods and Drinks)
कोल्ड ड्रिंक्स (cold drinks), नींबू (lemon), टमाटर (tomato), सिरका (vinegar) जैसे एसिडिक चीज़ें दाँतों की एनामेल को नुकसान पहुँचाती हैं। इससे दाँत कमजोर हो जाते हैं और संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
बचाव कैसे करें:
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ऐसे फूड्स को लिमिट में खाएं।
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खाने के बाद मुँह पानी से धो लें।
5. दाँतों में कैविटी या क्रैक होना (Dental Cavities or Cracks)
अगर दाँत में कैविटी या दरार है, तो वो सीधे तौर पर दाँत की नसों तक पहुंच बनाती है। इससे ठंडा या गर्म खाने पर तीव्र चुभन हो सकती है।
बचाव कैसे करें:
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समय-समय पर डेंटल चेकअप कराएं।
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कैविटी दिखे तो तुरंत इलाज करवाएं।
6. मसूड़ों का पीछे हटना (Receding Gums)
मसूड़े अगर पीछे हटने लगें, तो दाँत की जड़ें खुल जाती हैं, जो काफी सेंसिटिव होती हैं। ये स्थिति आमतौर पर पेरियोडॉन्टल डिजीज यानी की मसूड़ों की बीमारी (gum disease) की वजह से होती है।
बचाव कैसे करें:
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मसूड़ों की सफाई का ध्यान रखें।
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नियमित ब्रश और डेंटल विज़िट करें।
7. कुछ डेंटल ट्रीटमेंट्स के बाद सेंसिटिविटी (Sensitivity After Certain Dental Treatments)
कभी-कभी रूट कैनाल (root canal), फिलिंग (filling) या ब्लीचिंग (bleaching) के बाद भी दाँतों में थोड़ी देर के लिए सेंसिटिविटी हो सकती है। ये आम है और कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।
बचाव कैसे करें:
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डॉक्टर की बताई हुई दवाओं और सलाह को सही तरीके से अपनाएं।
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अगर सेंसिटिविटी ज़्यादा समय तक रहे, तो अपने नज़दीकी दंत चिकित्सक (dentist near you) से परामर्श लें।
दाँतों की सेंसिटिविटी से राहत पाने के आसान उपाय Tooth Sensitivity Home Treatment
दांतों की संवेदनशीलता के घरेलू उपचार में शामिल हो सकते हैं:
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सेंसिटिव टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें (Use Sensitive Toothpaste): ऐसे टूथपेस्ट दांतों की नसों तक दर्द के संकेत नहीं पहुंचने देते और सेंसिटिविटी कम करते हैं।
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बहुत ज़्यादा गर्म या ठंडा खाने-पीने से बचें (Avoid Eating and Drinking too Hot or Cold Food): अचानक ठंडा या गर्म खाने से चुभन हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतें।
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नर्म ब्रश का उपयोग करें (Use a Soft Brush): सॉफ्ट ब्रिसल वाला ब्रश लें और धीरे-धीरे ब्रश करें ताकि एनामेल घिसे नहीं।
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नमक वाले गुनगुने पानी से कुल्ला करें (Rinse with Lukewarm Salt Water): इससे मसूड़ों की सूजन कम होती है और मुंह भी साफ रहता है।
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एसिडिक खाने-पीने की चीज़ों से बचें (Avoid Acidic Foods and Drinks): नींबू, सॉडा, और दूसरे एसिडिक पदार्थ दांतों की एनामेल को नुकसान पहुंचाते हैं।
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अच्छी मौखिक सफाई बनाए रखें (Maintain Good Oral Hygiene): दिन में दो बार ब्रश करें, रोज़ाना फ्लॉस करें, और ज़ोर से ब्रश करने से बचें।
अगर इन घरेलू उपायों के बावजूद सेंसिटिविटी कम न हो, तो तुरंत अपने नज़दीकी दंत चिकित्सक से संपर्क करें।
डेंटिस्ट को कब दिखाएं? When to Consult a Dentist?
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अगर दाँतों में सेंसिटिविटी 7-10 दिनों में बेहतर नहीं हो रही हो।
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दर्द लगातार बढ़ रहा हो या बहुत तेज हो।
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खाने-पीने में कठिनाई हो रही हो।
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दाँतों में कोई कैविटी, दरार या सूजन नजर आ रही हो।
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मसूड़ों से खून आ रहा हो या मसूड़े पीछे हट रहे हों।
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किसी भी दंत समस्या के कारण आपको असुविधा महसूस हो।
ऐसी स्थिति में बिना देरी के डेंटिस्ट से मिलना जरूरी है ताकि सही जांच और उपचार किया जा सके।
निष्कर्ष Conclusion:
दाँतों में सेंसिटिविटी (tooth sensitivity) एक आम लेकिन नजरअंदाज न करने वाली समस्या है। इसे समय पर पहचानना और सही इलाज कराना आपके दाँतों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। हमेशा अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखें, नियमित रूप से डेंटल चेकअप कराते रहें और किसी भी असुविधा या दर्द महसूस होने पर तुरंत डेंटिस्ट से सलाह लें। ऐसा करने से आप अपने दाँतों को मजबूत और दर्द-मुक्त बनाए रख सकते हैं। स्वस्थ दाँत, खुशहाल मुस्कान! यदि आप दाँतों की सेंसिटिविटी से परेशान हैं, तो आज ही Miracles Healthcare के अनुभवी डेंटिस्ट से परामर्श लें और पाएं तुरंत राहत का भरोसेमंद इलाज।
Frequently Asked Questions
सेंसिटिव टूथपेस्ट, सही ब्रशिंग तकनीक और डेंटिस्ट से इलाज करवाकर सेंसिटिविटी का इलाज किया जा सकता है।
सॉफ्ट ब्रश से ब्रश करें, सेंसिटिव टूथपेस्ट का उपयोग करें और बहुत ठंडा या गर्म खाने से बचें।
सेंसिटिविटी वाले टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें और ज़रूरत हो तो दंत चिकित्सक से सलाह लें।
सही ओरल केयर अपनाएं, सेंसिटिविटी के लिए खास टूथपेस्ट लगाएं और ठंडा-गर्म खाने से परहेज करें।
जब दाँतों की ऊपरी परत (इनैमल) घिस जाती है या जड़ें खुल जाती हैं, तो ठंडा-गर्म सीधे नसों तक पहुँचता है जिससे झुनझुनी होती है।
सेंसोडाइन, कोलगेट सेंसिटिव, या पेप्सोडेंट जर्मिचेक सेंसिटिव दांतों के लिए अच्छे विकल्प हैं।
सेंसिटिविटी का मतलब है किसी चीज़ के प्रति अधिक संवेदनशील होना, जैसे दाँतों में ठंडा या गर्म लगना।
सेंसिटिव टूथपेस्ट सीधे प्रभावित हिस्से पर लगाएं और कुछ देर तक ठंडा या गर्म खाने से बचें।
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