बच्चों की खांसी के लिए 7असरदार घरेलू उपाय
Summary
बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम और खांसी बच्चों (cough in kids) में बहुत आम हो जाती है। कभी ठंडी हवा, कभी धूल या कभी मौसम का अचानक बदलना इन सबका असर सबसे पहले बच्चों की नाजुक सेहत पर पड़ता है। गले में खराश, नाक बंद होना और लगातार खांसी बच्चे को परेशान कर देती है। ऐसे में हर बार दवाइयों पर निर्भर रहना सही नहीं होता। कई घरेलू नुस्खे ऐसे हैं जो बच्चों की खांसी को प्राकृतिक तरीके से ठीक कर सकते हैं और उनकी इम्यूनिटी भी बढ़ाते हैं।
आइए जानते हैं कुछ सुरक्षित और असरदार घरेलू इलाज जो बच्चों के (home remedies for cough in kids) लिए बिल्कुल सही हैं।
1. शहद और तुलसी
शहद और तुलसी का मिश्रण बच्चों की खांसी में बहुत कारगर है
कैसे करें उपयोग
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कुछ तुलसी के पत्तों का रस निकालें
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उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं
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बच्चे को दिन में दो बार दें (एक साल से बड़े बच्चों को ही दें)
मिरेकल्स अपोलो क्रैडल में गुड़गांव के बाल रोग विशेषज्ञ (pediatrician in Gurgaon) डॉ. गौरव मंधान कहते हैं "शहद और तुलसी का मिश्रण प्राकृतिक रूप से बच्चों की खांसी और गले की जलन को कम करने में मदद करता है। यह छोटे बच्चों में इम्यूनिटी बढ़ाने और बलगम को पतला करने का एक सुरक्षित तरीका है।"
2. गुनगुना पानी और सूप
खांसी के दौरान शरीर में पानी की कमी जल्दी हो जाती है। बच्चे को बार-बार गुनगुना पानी या सूप देना चाहिए
फायदे
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गले की सूजन कम होती है
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बलगम पतला होकर बाहर निकलता है
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शरीर हाइड्रेटेड रहता है
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दाल का सूप या वेजिटेबल ब्रॉथ बच्चे को आराम और पोषण दोनों देता है
3. अजवाइन की भाप
भाप लेना बच्चों की खांसी और जुकाम दोनों में बहुत उपयोगी है
कैसे करें
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पानी उबालें और उसमें थोड़ी अजवाइन डालें
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बच्चे को पास बैठाकर हल्की भाप दिलवाएं
लाभ
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बलगम ढीला होता है
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सांस लेने में आसानी होती है
छोटे बच्चों के लिए कमरे में स्टीमर चलाना पर्याप्त है
4. अदरक और शहद
अदरक संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और शहद गले को मुलायम बनाता है
कैसे बनाएं
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आधा चम्मच अदरक का रस लें
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उसमें एक चम्मच शहद मिलाएं
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दिन में एक या दो बार बच्चे को दें
यह खांसी को कम करता है और गले की सूजन घटाता है
5. हल्दी वाला दूध
सर्दी-खांसी के दौरान 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए हल्दी वाला दूध एक बेहद प्रभावी घरेलू नुस्खा है।
कैसे दें: एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाएं और सोने से पहले बच्चे को पिलाएं। यह प्राकृतिक एंटीबायोटिक की तरह काम करता है, संक्रमण से लड़ता है और बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को मजबूत बनाता है।
6. नींबू और शहद का सिरप
नींबू में मौजूद विटामिन C खांसी के दौरान इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है
कैसे तैयार करें
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आधे नींबू का रस निकालें
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एक चम्मच शहद में मिलाएं
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दिन में एक बार बच्चे को दें
यह गले के दर्द और खांसी दोनों में राहत देता है
7. नमक वाले पानी से गरारे
6 साल से बड़े बच्चों को गुनगुने नमक वाले पानी से गरारे कराना बहुत उपयोगी होता है
लाभ
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गले के बैक्टीरिया खत्म होते हैं
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गले की जलन और सूजन कम होती है
छोटे बच्चों के लिए यह उपाय न करें क्योंकि वे पानी निगल सकते हैं
बच्चों की खांसी में रखें ये सावधानियां
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बच्चे को ठंडी चीजें, आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक न दें
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कमरे में धूल, धुआं या तेज परफ्यूम से बचाएं
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बच्चे के सीने और सिर को ढककर रखें
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तेज खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ हो तो डॉक्टर से सलाह लें
कब डॉक्टर से संपर्क करें
अगर बच्चे को
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3-5 दिनों से ज्यादा खांसी हो
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सांस लेने में दिक्कत हो
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बलगम में खून आए
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खांसी के साथ पेट फूलना
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खांसी के साथ उल्टी होना
तो खांसी के इलाज (cough in kids treatment) के लिए तुरंत किसी बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। संक्रमण या एलर्जी जैसी गंभीर जटिलताओं से बचने के लिए समय पर जाँच करवाना ज़रूरी है।। समय पर जांच करवाना जरूरी है ताकि संक्रमण या एलर्जी जैसी गंभीर समस्या को रोका जा सके
निष्कर्ष:
मौसम बदलने के साथ बच्चों में खांसी आम है लेकिन दवाओं के बजाय पहले घरेलू उपाय आज़माना बेहतर होता है। शहद, तुलसी, हल्दी दूध, अदरक और अजवाइन जैसे नेचुरल इलाज बच्चों की खांसी में राहत देते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।
थोड़ी देखभाल और घरेलू उपचार से बच्चे जल्दी ठीक हो जाते हैं और फिर से अपनी प्यारी मुस्कान के साथ खेल-कूद में लौट आते हैं। अगर आपके बच्चे को लगातार खांसी या सांस की परेशानी हो रही है तो इसे नजरअंदाज न करें। अपने बच्चे के स्वास्थ्य की पूरी देखभाल के लिए अपने नज़दीकी अनुभवी बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें। आज ही अपॉइंटमेंट बुक करें और अपने बच्चे की सेहत को सुरक्षित बनाएं।
Frequently Asked Questions
गुनगुना पानी या हल्का सूप देने से गले की जलन कम होती है और खांसी में जल्दी राहत मिलती है।
बच्चे की छाती और पीठ हल्के से मालिश करें और कमरे में भाप या स्टीमर चलाएं।
सिर को थोड़ा ऊँचा करके सोने दें और कमरे में ह्यूमिडिटी बनाए रखें।
पीठ के बल सिर और छाती को थोड़ा ऊँचा करके सोना सबसे आरामदायक और सुरक्षित पोजीशन है।

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