ड्राई माउथ (मुंह सूखना): कारण, लक्षण, इलाज और घरेलू उपाय
Summary
मुंह का सूखना (dry mouth) एक आम समस्या है, लेकिन जब यह बार-बार हो या लंबे समय तक बना रहे, तो यह शरीर में किसी गड़बड़ी का संकेत भी हो सकता है। इसे मेडिकल भाषा में ज़ेरोस्टोमिया (xerostomia) कहा जाता है। इस स्थिति में लार का बनना कम हो जाता है, जिससे मुंह शुष्क और चिपचिपा महसूस होता है। लार की कमी न केवल बोलने और निगलने में परेशानी पैदा करती है, बल्कि इससे मुंह में संक्रमण, बदबू और दांतों से जुड़ी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि ड्राई माउथ क्या होता है, इसके पीछे क्या कारण (dry mouth causes) हो सकते हैं, इसके आम लक्षण क्या हैं, यह किस तरह की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, इसका इलाज कैसे किया जा सकता है और कुछ ऐसे घरेलू उपाय जो इससे राहत दिलाने में मदद करते हैं। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि किन परिस्थितियों में डॉक्टर से मिलना जरूरी हो जाता है।
ड्राई माउथ क्या है? What is Dry Mouth?
ड्राई माउथ एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके मुंह में लार (saliva) का बनना कम हो जाता है। लार न केवल खाना निगलने और पचाने में मदद करती है, बल्कि यह मुंह को बैक्टीरिया से भी बचाती है। लार की कमी से मुंह में जलन, बदबू, स्वाद में बदलाव और दांतों की समस्याएं हो सकती हैं।
ड्राई माउथ के कारण Dry Mouth Reasons
ड्राई माउथ कई कारणों से हो सकता है, जिनमें शारीरिक बीमारियां, जीवनशैली की आदतें और कुछ दवाओं का प्रभाव शामिल है। इसके कारणों में शामिल हो सकते हैं:
1. दवाओं के साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Medications):
कई बार ड्राई माउथ की सबसे बड़ी वजह कुछ खास दवाएं होती हैं। हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure), डिप्रेशन (depression), एलर्जी (allergy), मांसपेशियों की ऐंठन (muscle cramps) और दर्द निवारक दवाओं का लंबे समय तक सेवन लार ग्रंथियों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है। इससे लार बनना कम हो जाता है और मुंह में सूखापन महसूस होता है।
मिरेकल्स मेडिक्लिनिक गुड़गांव के प्रसिद्ध दंत चिकित्सक डॉ. दिव्याकाशी चौहान के अनुसार “लोग अक्सर ड्राई माउथ को हल्के में ले लेते हैं, लेकिन यह समस्या कई दवाओं का असर हो सकती है। यदि किसी को लंबे समय तक मुंह सूखने की शिकायत है और वह नियमित दवाएं ले रहे हैं, तो डॉक्टर से दवा की समीक्षा कराना जरूरी है।”
2. कुछ खास बीमारियां (Certain Medical Conditions):
डायबिटीज़, पार्किंसन डिज़ीज़, स्ट्रोक, एचआईवी/एड्स और शुगर सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारियों में लार ग्रंथियां प्रभावित हो जाती हैं। इन बीमारियों की वजह से नर्व सिस्टम की कार्यप्रणाली में बदलाव आता है, जिससे लार का उत्पादन घट जाता है और व्यक्ति को बार-बार मुंह सूखने की शिकायत होती है।
3. कैंसर का इलाज (Cancer Treatment):
कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी जैसे कैंसर के इलाज लार ग्रंथियों पर सीधा असर डालते हैं। खासकर जब रेडिएशन सिर और गर्दन के क्षेत्र में दिया जाता है, तो यह ग्रंथियों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे उनका लार बनाना काफी कम हो जाता है या पूरी तरह बंद भी हो सकता है।
4. डिहाइड्रेशन (Dehydration):
शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन होने पर लार का उत्पादन काफी कम हो जाता है। अधिक पसीना आना, बुखार, उल्टी, डायरिया या पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से शरीर में फ्लूइड की कमी हो जाती है, जिससे मुंह सूखने की समस्या शुरू होती है।
5. धूम्रपान और शराब का सेवन (Smoking & Alcohol):
स्मोकिंग करने से लार ग्रंथियां सुस्त हो जाती हैं और शराब का सेवन लार को सुखा देता है। दोनों ही आदतें लार के सामान्य फ्लो को बाधित करती हैं, जिससे व्यक्ति को लगातार मुंह सूखने की परेशानी झेलनी पड़ती है। साथ ही, यह आदतें मुंह की बदबू और संक्रमण का कारण भी बन सकती हैं।
6. नर्व डैमेज (Nerve Damage):
सिर या गर्दन में किसी गंभीर चोट, सर्जरी या एक्सीडेंट के कारण जब नर्व डैमेज हो जाती है, तो उसका असर लार ग्रंथियों की कार्यप्रणाली पर पड़ सकता है। नतीजन, लार का उत्पादन कम हो जाता है और व्यक्ति को ड्राई माउथ की समस्या होने लगती है, खासकर रात के समय।
ड्राई माउथ के लक्षण Dry Mouth Symptoms
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मुंह में लगातार सूखापन या चिपचिपाहट
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बोलने और निगलने में कठिनाई
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मुंह में जलन या खरोंच जैसा महसूस होना
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गले में खराश या सूखापन
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फटी हुई होंठ या जीभ पर दरारें
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बदबूदार सांस
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स्वाद में बदलाव या स्वाद पहचानने में कठिनाई
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बार-बार प्यास लगना
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कैविटी और मसूड़ों की समस्याएं
ड्राई माउथ से होने वाली समस्याएं
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दांतों में सड़न: लार की कमी से बैक्टीरिया बढ़ते हैं जिससे कैविटी हो सकती है।
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मुंह में संक्रमण: जैसे ओरल थ्रश (oral candidiasis)।
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खाने-पीने में परेशानी: ड्राईनेस के कारण खाना निगलना और चबाना मुश्किल हो जाता है।
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बोलने में कठिनाई: लार की कमी से आवाज़ में बदलाव हो सकता है।
ड्राई माउथ का इलाज (Dry Mouth Treatment)
ड्राई माउथ का प्रभावी इलाज इसके कारण पर निर्भर करता है। सही निदान के बिना सिर्फ लक्षणों का इलाज करने से समस्या दोबारा हो सकती है। इसलिए सबसे पहले इसका कारण समझना जरूरी होता है। शुष्क मुँह के उपचार में शामिल हो सकते हैं:
1. कारण का इलाज (Treating the Underlying Cause):
यदि ड्राई माउथ किसी खास बीमारी या दवा के कारण हो रहा है, तो सबसे पहला कदम यही होता है कि उस बीमारी का इलाज किया जाए या दवा को बदला जाए। उदाहरण के लिए, अगर यह समस्या एंटी-डिप्रेसेंट या हाई ब्लड प्रेशर की दवाओं से हो रही है, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर दूसरी दवाएं शुरू की जा सकती हैं जो लार ग्रंथियों पर कम असर डालती हैं।
2. लार बढ़ाने वाली दवाएं (Medications to Stimulate Saliva):
कुछ मामलों में डॉक्टर लार के उत्पादन को बढ़ाने के लिए खास दवाएं जैसे Pilocarpine या Cevimeline जैसी सलाइवा स्टिमुलेंट्स की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा बाजार में उपलब्ध Saliva Substitutes भी मुंह को नम रखने में मदद करते हैं।
3. शुगर-फ्री च्युइंग गम और लॉज़ेंज (Sugar-free chewing gum and lozenges):
शुगर-फ्री च्युइंग गम या मिंट्स मुंह की मांसपेशियों को सक्रिय करते हैं, जिससे लार बनना बढ़ जाता है। इससे न केवल ड्राई माउथ से राहत मिलती है, बल्कि मुंह की बदबू और संक्रमण से भी बचाव होता है।
4. अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखें (Maintain Good Oral Hygiene):
मुंह सूखने की वजह से दांतों और मसूड़ों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए दिन में दो बार ब्रश करें, फ्लॉस करें और जीभ को भी साफ करें। डॉक्टर की सलाह से अल्कोहल-फ्री माउथवॉश का इस्तेमाल करें जो मुंह को नम रखने में मदद करे।
5. ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें (Use of Humidifier):
अगर आप एयर कंडीशनर या हीटर वाले वातावरण में रहते हैं तो यह मुंह और गले को और अधिक सूखा बना सकता है। ऐसे में रात के समय कमरे में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करने से कमरे की नमी बनी रहती है, जिससे मुंह सूखा नहीं लगता।
6. डाइट में बदलाव करें (Diet Modifications):
बहुत अधिक नमक या मसालेदार भोजन लार ग्रंथियों को और परेशान कर सकता है। इसलिए हल्का, पोषक और पानी वाला आहार अपनाएं। बहुत अधिक कैफीन और शक्कर का सेवन करने से भी बचें।
ड्राई माउथ के घरेलू उपाय (Dry Mouth Home Remedies)
अगर ड्राई माउथ की समस्या हल्की है या बार-बार नहीं होती, तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर भी राहत मिल सकती है। ये उपाय प्राकृतिक होते हैं और साइड इफेक्ट्स का खतरा भी कम होता है।
1. दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं (Stay Hydrated):
पानी की कमी लार की कमी का सबसे बड़ा कारण हो सकती है। इसलिए दिनभर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पीते रहें। एकसाथ बहुत ज्यादा पानी पीने की बजाय छोटे-छोटे घूंटों में पानी लेना ज्यादा फायदेमंद होता है।
2. सौंफ और इलायची चबाएं (Chew Fennel Seeds and Cardamom):
सौंफ और इलायची दोनों ही लार ग्रंथियों को सक्रिय करते हैं और मुंह की बदबू को भी दूर करते हैं। भोजन के बाद इन्हें चबाने से लार का प्रवाह बढ़ता है और मुंह ताजगी भरा महसूस करता है।
3. एलोवेरा जूस (Aloe Vera Juice):
एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मुंह की नमी बनाए रखने में मदद करते हैं। इसका जूस पीने से न केवल ड्राई माउथ से राहत मिलती है, बल्कि यह मुंह के छाले और जलन में भी फायदेमंद होता है।
4. नमक-पानी से गरारे (Salt Water Gargle):
गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक डालकर दिन में दो बार गरारे करने से मुंह की सफाई होती है और लार ग्रंथियों को सक्रिय करने में मदद मिलती है। यह उपाय मुंह के बैक्टीरिया को भी कम करता है।
5. शुगर-फ्री लॉज़ेंज का सेवन (Sugar-Free Lozenges):
शुगर-फ्री लॉज़ेंज या कैंडी चूसने से मुंह की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं, जिससे लार का उत्पादन बढ़ता है। खासतौर पर नींबू या पुदीना फ्लेवर वाली लॉज़ेंज अधिक फायदेमंद हो सकती हैं।
6. खट्टे फल खाएं (Consume Citrus Fruits):
नींबू, संतरा, आंवला जैसे खट्टे फलों में विटामिन C की मात्रा अधिक होती है जो लार ग्रंथियों को उत्तेजित करते हैं। इन्हें कच्चा खाने या जूस के रूप में लेने से भी राहत मिल सकती है। हालांकि, एसिडिटी की समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
7. नारियल का तेल (Oil Pulling with Coconut Oil):
सुबह खाली पेट एक चम्मच नारियल के तेल से 5-10 मिनट कुल्ला करना ड्राई माउथ की समस्या को कम करने में कारगर हो सकता है। यह न केवल मुंह को मॉइस्चराइज करता है, बल्कि बैक्टीरिया को भी हटाता है।
कब डॉक्टर से मिलें?
यदि आपको निम्न में से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बना रहता है, तो डॉक्टर से संपर्क करें:
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मुंह बहुत ज्यादा सूख रहा हो
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खाने या बोलने में तकलीफ हो रही हो
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बार-बार दांतों की समस्याएं हो रही हों
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मुंह में घाव या संक्रमण बना रहता हो
निष्कर्ष (Conclusion):
ड्राई माउथ कोई सामान्य परेशानी नहीं है जिसे नजरअंदाज किया जाए। समय रहते इसका कारण जानकर इलाज शुरू करना जरूरी है। अच्छी हाइजीन, सही खानपान और पर्याप्त पानी पीना इससे राहत दिलाने में मदद कर सकता है। यदि आपके लक्षण गंभीर हैं या लंबे समय तक बने हुए हैं, तो तुरंत अपने नज़दीकी दंत चिकित्सक (dentist near you) से संपर्क करें।
Frequently Asked Questions
मुंह की नमी बनाए रखने के लिए खूब पानी पिएं, शुगर-फ्री च्युइंग गम चबाएं और ओरल हाइड्रेशन जैल या स्प्रे का इस्तेमाल करें।
डायबिटीज़, शुगर सिंड्रोम, पार्किंसन, और ऑटोइम्यून बीमारियों जैसे Sjogren’s syndrome का संकेत हो सकता है।
यह किसी दवा के साइड इफेक्ट, नर्व डैमेज, या लार ग्रंथियों की खराबी का लक्षण हो सकता है।
पानी, नारियल पानी, हर्बल चाय और बिना शक्कर वाला नींबू पानी पीना फायदेमंद होता है।
संतरा, अनानास और तरबूज जैसे रसीले फल लार बढ़ाने में मदद करते हैं।
यह शरीर में पानी की कमी, विटामिन A या विटामिन B कॉम्प्लेक्स की कमी या लार ग्रंथियों की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।
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