गर्मी में होने वाली आम बीमारियाँ और उनसे बचाव के तरीके
Summary: गर्मी के मौसम में बढ़ता तापमान और उमस कई तरह की आम बीमारियों (summer season diseases) को जन्म देता है, जैसे हीट स्ट्रोक, फूड पॉइज़निंग, डिहाइड्रेशन, डेंगू-मलेरिया और स्किन एलर्जी। यह समस्याएं बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए और भी अधिक खतरनाक साबित हो सकती हैं
Overview:
गर्मी का मौसम (summer season) आते ही धूप की तीव्रता, बढ़ती उमस और तेज़ तापमान हमारे शरीर पर असर डालने लगते हैं। यह मौसम सिर्फ पसीना (sweating) और थकान (fatigue) ही नहीं लाता, बल्कि अपने साथ कई तरह की आम स्वास्थ्य समस्याएँ (health problems) भी लेकर आता है। जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, वैसे-वैसे शरीर के अंदर पानी (water) और इलेक्ट्रोलाइट्स (electrolytes) का संतुलन बिगड़ता है, जिससे डिहाइड्रेशन (dehydration), पेट की गड़बड़ी (stomach upset), त्वचा की समस्याएँ (skin problems) और वायरल संक्रमण (viral infection) जैसी बीमारियाँ होने लगती हैं। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार व्यक्तियों के लिए यह मौसम और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में अगर हमारे पास सही जानकारी हो और हम थोड़ी सी सावधानी बरतें, तो इन मौसमी बीमारियों से अपने को और अपने परिवार को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस ब्लॉग में हम बताएंगे कि गर्मी के मौसम में किन-किन बीमारियों (summer season diseases) का खतरा सबसे ज्यादा होता है, उनके प्रमुख लक्षण क्या हैं, और उनसे बचाव के लिए कौन-कौन से आसान और प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं।
गर्मी में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी जानकारी को जानें और अपनाएं।
1. हीट स्ट्रोक (Heat Stroke)
जब शरीर का तापमान बहुत अधिक यानी की 104°F या इससे ज्यादा हो जाता है और शरीर खुद को ठंडा नहीं कर पाता, तो यह स्थिति हीट स्ट्रोक कहलाती है। यह एक मेडिकल इमरजेंसी होती है और समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है।
लक्षण:
-
तेज बुखार
-
चक्कर आना
-
उल्टी या मितली
-
शरीर से पसीना आना बंद हो जाना
-
बेहोशी या मानसिक भ्रम
बचाव कैसे करें:
-
दोपहर में धूप में निकलने से बचें।
-
हल्के, सूती और ढीले कपड़े पहनें।
-
बार-बार पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो।
-
छाता, टोपी या सनग्लास पहनें जब भी बाहर निकलें।
-
तेज गर्मी में बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
2. फूड पॉइज़निंग (Food Poisoning)
गर्मी में खाने-पीने की चीजें जल्दी खराब हो जाती हैं। खुले में रखा या बासी खाना (stale food) बैक्टीरिया का घर बन जाता है, जिससे पेट की समस्याएं (stomach problems) हो सकती हैं।
लक्षण:
-
पेट दर्द
-
उल्टी और दस्त
-
कमजोरी
-
बुखार
बचाव कैसे करें:
-
घर का ताजा और साफ खाना खाएं।
-
स्ट्रीट फूड और खुले में बिकने वाले खाने से परहेज करें।
-
सब्जियों और फलों को पानी से अच्छी तरह धोकर खाएं।
-
फ्रिज में रखा खाना दोबारा अच्छी तरह गर्म करके ही सेवन करें।
3. डिहाइड्रेशन (Dehydration)
गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन सबसे आम बीमारियों (diseases during summer season) में से एक है। गर्मी में अत्यधिक पसीना निकलता है जिससे शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। यह स्थिति डिहाइड्रेशन कहलाती है।
लक्षण:
-
अत्यधिक प्यास लगना
-
मूत्र का रंग गाढ़ा होना
-
थकावट, चक्कर आना
-
मुँह और होंठ सूखना
-
बच्चों में चिड़चिड़ापन
बचाव कैसे करें:
-
दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
-
नींबू पानी, नारियल पानी और ओआरएस का सेवन करें।
-
तेज गर्मी में अधिक समय तक बाहर न रहें।
-
पसीना आने पर नमक और चीनी वाला घोल लें।
Miracles Mediclinic में गुड़गांव के इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर (internal medicine doctor in Gurgaon) बताते हैं, “गर्मियों में सबसे ज़्यादा मामले डिहाइड्रेशन, पेट की संक्रमण और वायरल फीवर के आते हैं। लोग प्यास लगने का इंतजार करते हैं, जबकि उन्हें नियमित रूप से पानी पीते रहना चाहिए, चाहे प्यास लगे या नहीं।” खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार व्यक्तियों के लिए यह मौसम और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में सही जानकारी और थोड़ी सी सावधानी अपनाकर हम खुद को और अपने परिवार को इन मौसमी बीमारियों (seasonal diseases) से सुरक्षित रख सकते हैं।
4. दस्त और पेचिश (Diarrhea & Dysentery)
गंदे पानी या संक्रमित भोजन के कारण पेट के संक्रमण होते हैं, जिन्हें दस्त और पेचिश कहते हैं। यह गर्मी में आम समस्या बन जाती है।
लक्षण:
-
बार-बार पतला दस्त आना
-
पेट में ऐंठन और दर्द
-
बुखार
-
शरीर में कमजोरी
बचाव कैसे करें:
-
साफ और उबला हुआ पानी ही पिएं।
-
सड़क किनारे मिलने वाले कटे फलों और जूस से बचें।
-
खाना खाने से पहले और शौच के बाद हाथ धोना न भूलें।
-
बच्चों को भी स्वच्छता की आदत डालें।
5. डेंगू और मलेरिया (Dengue and Malaria)
गर्मी और बरसात के मौसम में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है। ये मच्छर डेंगू और मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों के वाहक होते हैं।
लक्षण:
-
तेज बुखार
-
सिरदर्द और बदन दर्द
-
शरीर पर चकत्ते (डेंगू)
-
ठंड लगकर बुखार आना (मलेरिया)
-
थकावट और कमजोरी
बचाव कैसे करें:
-
सोते समय मच्छरदानी (mosquito net) तथा रिपेलेंट क्रीम (repellent creams) का इस्तेमाल करें।
-
घर और आसपास पानी जमा न होने दें।
-
पूरी बांह के कपड़े पहनें।
6. सनबर्न और स्किन एलर्जी (Sunburn and Skin Allergies)
धूप में अधिक देर तक रहने से त्वचा जल जाती है, जिसे सनबर्न कहते हैं। साथ ही पसीने और धूल के कारण स्किन एलर्जी भी हो सकती है।
लक्षण:
-
त्वचा पर जलन और लाल चकत्ते
-
खुजली और जलन
-
स्किन का छिलना या सूखना
बचाव कैसे करें:
-
बाहर जाने से पहले त्वचा पर सनस्क्रीन (sunscreen) जरूर लगाएं।
-
फुल स्लीव्स और ढीले कपड़े पहनें जो त्वचा को धूप से बचाएं।
-
धूप से लौटने के बाद ठंडे पानी से चेहरा और हाथ-पैर धोएं।
-
यदि त्वचा पर जलन बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह लें।
अगर आप या आपके परिवार में किसी को इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। गर्मी के मौसम में थोड़ी सी सावधानी से कई बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है।
गर्मियों में स्वस्थ रहने के आसान टिप्स Easy Tips to Stay Healthy in Summer
नीचे दिए गए आसान उपाय अपनाकर आप गर्मी की बीमारियों (summer season diseases) से सुरक्षित रह सकते हैं:
-
ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
-
नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ आदि का सेवन करें
-
हल्का, कम तला और सुपाच्य खाना खाएं
-
धूप में निकलने से पहले सुरक्षा के उपाय ज़रूर करें
-
छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दें
-
हाथों की सफाई का ध्यान रखें और नियमित रूप से धोते रहें।
-
उल्टी, दस्त, बुखार जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
निष्कर्ष (Conclusion):
गर्मी का मौसम (summer season) चाहे जितना भी कठिन क्यों न हो, थोड़ी सी समझदारी और सतर्कता से आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। मौसमी बीमारियाँ (summer season diseases) आम होती हैं, लेकिन यदि समय रहते सही जानकारी हो और जरूरी सावधानी बरती जाए, तो इनसे आसानी से बचा जा सकता है। ऊपर बताए गए लक्षणों और बचाव के उपाय अपनाकर आप न सिर्फ इन बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं, बल्कि गर्मी के मौसम को भी स्वस्थ और सहज रूप से जी सकते हैं। अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को हीट स्ट्रोक (heat stroke), डिहाइड्रेशन (dehydration), पेट की समस्या (stomach problem) या किसी भी गर्मी की बीमारी (diseases in summer) के लक्षण महसूस हों, तो उसे नजरअंदाज न करें। तुरंत अपने नज़दीकी आंतरिक चिकित्सा चिकित्सक से संपर्क करें और सही इलाज लें।
Frequently Asked Questions
गर्मियों में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, फूड पॉइज़निंग, स्किन एलर्जी, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियां आम होती हैं।
अधिक गर्मी से सबसे गंभीर रोग हीट स्ट्रोक हो सकता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।
तेज बुखार, चक्कर आना, अत्यधिक पसीना या सूखापन, उल्टी-दस्त, त्वचा पर रैशेज़, और थकान गर्मी की बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं।
उसे तुरंत छायादार और ठंडी जगह पर ले जाएं, पर्याप्त पानी पिलाएं और ज़रूरत होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्मियों में डिहाइड्रेशन, पेट के संक्रमण, सनबर्न, हीट स्ट्रोक और मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
Was the information useful?
0 0