CT Scan प्रक्रिया: जानें स्कैन से पहले और बाद की तैयारी
Summary
आज के समय में चिकित्सा क्षेत्र में नई-नई तकनीकें आ गई हैं जिससे बीमारियों का पता लगाना और उनका सही इलाज करना आसान हो गया है। इन्हीं तकनीकों में से एक है सीटी स्कैन। कई बार डॉक्टर किसी बीमारी या चोट की गहराई से जाँच करने के लिए सीटी स्कैन (CT scan) कराने की सलाह देते हैं। लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि सीटी स्कैन कैसे किया जाता है? आज इस ब्लॉग में हम आपको सीटी स्कैन से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे कि सीटी स्कैन कैसे किया जाता है (CT scan procedure) और स्कैन के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. स्कैन से पहले तैयारी (Preparation)
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आपका डॉक्टर आपको स्कैन से पहले कुछ घंटों तक खाने-पीने से परहेज करने की सलाह दे सकता है, खासकर यदि कंट्रास्ट सीटी स्कैन किया जाना हो।
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आपसे धातु की वस्तुएं जैसे चेन, कंगन, बेल्ट, घड़ियां या हेयरपिन हटाने के लिए कहा जाएगा क्योंकि वे स्कैनिंग में बाधा डाल सकती हैं।
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कुछ मामलों में, डॉक्टर कंट्रास्ट डाई का इस्तेमाल करते हैं। यह तरल पदार्थ इंजेक्शन, पेय या नस के ज़रिए दिया जा सकता है। इसका काम शरीर के अंदरूनी हिस्सों की तस्वीर को और साफ़ करना है।
2. मशीन में लेटना
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स्कैन के लिए आपको एक स्लाइडिंग टेबल पर लिटाया जाता है।
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यह टेबल धीरे-धीरे मशीन के अंदर जाती है जो एक बड़े गोल रिंग (डोनट) की तरह दिखती है।
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स्कैनिंग के दौरान मशीन आपके शरीर के चारों ओर घूमती है और अलग-अलग दिशाओं से आपकी तस्वीरें लेती है।
3. स्कैनिंग प्रक्रिया
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मशीन लगातार शरीर के उस हिस्से की तस्वीरें लेती रहती है जिसकी जांच की जा रही है।
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इन सभी चित्रों को कंप्यूटर पर भेजा जाता है और वहां से उनकी डिटेल्ड 3D इमेज तैयार होती है।
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इस दौरान आपको बिल्कुल स्थिर (Still) रहना ज़रूरी है ताकि तस्वीरें धुंधली न आएं।
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कभी-कभी सीटी स्कैन के दौरान टेक्नीशियन आपसे थोड़ी देर के लिए सांस रोकने को कहते हैं, जिससे फेफड़ों या पेट की इमेज और ज़्यादा स्पष्ट मिल सके।
4. स्कैन का समय
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सीटी स्कैन को पूरा होने में आमतौर पर करीब 1 से 3 मिनट का समय लग सकता है।
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अगर कॉन्ट्रास्ट मटेरियल इस्तेमाल किया गया है, तो इसमें थोड़ा अतिरिक्त समय लग सकता है।
5. स्कैन के बाद
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अगर आपको कॉन्ट्रास्ट डाई दी गई है, तो डॉक्टर आमतौर पर ज़्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं ताकि यह पदार्थ शरीर से जल्दी बाहर निकल सके।
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CT Scan पूरी तरह से बिना दर्द की प्रक्रिया है और इसके बाद आप तुरंत अपनी नॉर्मल दिनचर्या जारी रख सकते हैं।
CT Scan के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
यद्यपि सीटी स्कैन एक सुरक्षित और दर्दरहित प्रक्रिया है, फिर भी इसके दौरान कुछ सावधानियों का पालन करना ज़रूरी है। इससे स्कैन के बेहतर परिणाम मिलेंगे और मरीज़ को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आइए जानते हैं कि CT Scan करवाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1. गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी
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गर्भवती महिलाओं को CT Scan से बचना चाहिए क्योंकि इसमें रेडिएशन का उपयोग होता है, जो भ्रूण (unborn baby) पर असर डाल सकता है।
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यदि जांच बहुत ज़रूरी हो, तो डॉक्टर वैकल्पिक टेस्ट जैसे MRI या अल्ट्रासाउंड की सलाह दे सकते हैं।
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अगर आप गर्भवती हैं या गर्भधारण की संभावना है, तो स्कैन से पहले अपने डॉक्टर को अवश्य बताएं।
2. एलर्जी या मेडिकल हिस्ट्री बताना ज़रूरी
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कई बार CT Scan के दौरान कॉन्ट्रास्ट डाई (Contrast Dye) दी जाती है। कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है।
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यदि आपको एलर्जी, डायबिटीज़, अस्थमा, थायरॉइड या किडनी की समस्या है तो डॉक्टर को पहले से जानकारी देना ज़रूरी है।
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इससे डॉक्टर आपके लिए सही डोज़ और सुरक्षा उपाय चुन पाएंगे।
3. बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष निर्देश
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छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए स्कैन के दौरान स्थिर रहना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर उन्हें सपोर्ट या हल्के सेडेटिव (दवा जिससे नींद आती है) दे सकते हैं ताकि स्कैन आसानी से हो सके।
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बच्चों के लिए स्कैन से पहले माता-पिता को पूरी प्रक्रिया समझाई जाती है ताकि बच्चा डरे नहीं।
4. मेटल और आभूषण न पहनें
स्कैन से पहले मरीज को सभी धातु की चीज़ें जैसे घड़ी, चेन, ब्रेसलेट, बेल्ट या हेयरपिन उतारनी होती हैं। मेटल स्कैनिंग प्रक्रिया में बाधा डाल सकता है और इमेज की गुणवत्ता खराब कर सकता है।
5. पानी और हाइड्रेशन का ध्यान रखें
अगर आपको कंट्रास्ट डाई दी गई है, तो स्कैन के बाद आपको ज़्यादा पानी पीना चाहिए। इससे डाई शरीर से जल्दी बाहर निकल जाएगी और किडनी पर ज़्यादा दबाव नहीं पड़ेगा।
निष्कर्ष:
CT Scan आज की आधुनिक चिकित्सा तकनीकों में से एक अहम डायग्नॉस्टिक टेस्ट है। यह बिल्कुल सुरक्षित, दर्दरहित और तेज़ प्रक्रिया है जो शरीर के अंदरूनी हिस्सों की स्पष्ट तस्वीर प्रदान करती है। चाहे चोट की गहराई समझनी हो, स्ट्रोक या ट्यूमर की जांच करनी हो या फिर किसी बीमारी का सही इलाज शुरू करना हो, CT Scan डॉक्टरों के लिए सबसे भरोसेमंद साधन साबित होता है। सही तैयारी, डॉक्टर की सलाह और स्कैनिंग के दौरान आवश्यक सावधानियों का पालन करके यह प्रक्रिया बिल्कुल आसान हो जाती है।
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Frequently Asked Questions
सीटी स्कैन से कुछ घंटे पहले अपने चिकित्सक की सलाह के अनुसार खाना-पीना बंद कर दें तथा चेन या घड़ी जैसी धातु की वस्तुएं निकाल दें।
सीटी स्कैन प्रक्रिया के लिए, रोगी को एक स्लाइडिंग टेबल पर लिटा दिया जाता है और मशीन के अंदर ले जाया जाता है, जहां विभिन्न-विभिन्न एंगल से तस्वीरें ली जाती हैं।
अगर कॉन्ट्रास्ट डाई दी गई हो तो सीटी स्कैन के बाद ज़्यादा पानी पीना चाहिए, बाकी मरीज तुरंत अपनी सामान्य दिनचर्या जारी रख सकता है।
सीटी स्कैन एक उन्नत डायग्नॉस्टिक टेस्ट है जो एक्स-रे और कंप्यूटर की मदद से शरीर के अंदरूनी हिस्सों की स्पष्ट 3D तस्वीर दिखाता है।
सीटी स्कैन में ट्यूमर, स्ट्रोक, चोट, हड्डी का फ्रैक्चर, फेफड़े, पेट और अन्य आंतरिक अंगों की समस्याएं पता चलती हैं।
जब डॉक्टर किसी चोट, आंतरिक अंग की समस्या या गंभीर बीमारी की गहराई से जांच करना चाहते हैं, तो वे सीटी स्कैन की सलाह देते हैं।
सीटी स्कैन में खर्च स्कैन के प्रकार और केंद्र पर निर्भर करता है।
गुड़गांव में Miracles Mediclinic अत्याधुनिक तकनीक और अनुभवी विशेषज्ञों की टीम के साथ सटीक और विश्वसनीय सीटी स्कैन सेवाएं उपलब्ध कराता है।
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