पेचिश के कारण, लक्षण, बचाव और घरेलू उपाय

Summary

पेचिश एक आम लेकिन गंभीर पेट की बीमारी है जो बैक्टीरिया, वायरस या परजीवियों के संक्रमण से होती है। इसके मुख्य लक्षणों में बार-बार पतला मल आना, पेट में दर्द, ऐंठन, बुखार और निर्जलीकरण शामिल हो सकते हैं। यह बीमारी दूषित भोजन, गंदे पानी या खराब स्वच्छता के कारण फैलती है। लेकिन थोड़ी सी सावधानी और कुछ घरेलू उपायों से पेचिश से छुटकारा पाया जा सकता है।

पेचिश क्या है? What is Dysentery?

पेचिश एक पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या है जिसमें व्यक्ति को बार-बार पतले दस्त (loose motion) होते हैं। यह ज्यादातर संक्रमण (infection) खासतौर पर बैक्टीरिया, वायरस (virus) या परजीवी की वजह से होता है। इससे शरीर का पानी और जरूरी मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है।

पेचिश क्यों होती है?  Why Does Dysentery Happen?

पेचिश के पीछे कई कारण (dysentery causes) हो सकते हैं जैसे:

डॉ. दीपांशु खन्ना, मिरेकल्स अपोलो क्रैडल/स्पेक्ट्रा, गुड़गांव में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (gastroenterologist in Gurgaon) कहते हैं, "पेचिश का मुख्य कारण खराब हाइजीन और दूषित भोजन है। "अगर कोई व्यक्ति दूषित पानी पीता है या गंदे हाथों से खाना खाता है, तो उसकी आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया या परजीवी पहुँच सकते हैं, जो पेचिश का कारण बनते हैं।"  

पेचिश के आम कारण  Common Causes of Dysentery

  • गंदा या दूषित खाना खाना

  • गंदा या अशुद्ध पानी पीना

  • गंदे हाथों से खाना खाना

  • व्यक्तिगत और रसोई की साफ-सफाई में कमी

  • संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना

  • मक्खियों या कीड़ों के ज़रिए बैक्टीरिया का फैलना

  • साफ-सफाई की आदतें ना सिर्फ पेचिश, बल्कि कई अन्य पेट से जुड़ी बीमारियों से भी बचा सकती हैं।

पेचिश के लक्षण क्या हैं? What are Dysentery Symptoms?

  • बार-बार पतला या म्यूकस वाला दस्त

  • पेट में दर्द 

  • पेट में ऐंठन

  • हल्का या तेज बुखार

  • कमजोरी

  • थकान

  • मितली

  • उल्टी

  • शरीर में पानी की कमी

  • मुंह सूखना

  • चक्कर आना

  • दस्त में खून आना (गंभीर मामलों में)

पेचिश से कैसे बचाव करें? How to Prevent Dysentery?

सावधानी ही सबसे बड़ा इलाज है। पेचिश से बचने के लिए ये बातें अपनाएं

  • खाना खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ साबुन से धोएं

  • ताजे और साफ पानी का इस्तेमाल करें

  • बाहर का कटा-फटा या खुला खाना न खाएं

  • फल और सब्जियां धोकर खाएं

  • घर की सफाई पर विशेष ध्यान दें

पेचिश के असरदार घरेलू उपाय Dysentery Treatment at Home

यदि लक्षण हल्के हैं तो कुछ घरेलू नुस्खों से राहत मिल सकती है

1. ओआरएस  का घोल लें (Take ORS Solution)

शरीर में पानी और नमक की कमी को पूरा करने के लिए ORS घोल पिएं। बाजार में उपलब्ध पैकेट्स इस्तेमाल करें या घर पर चीनी-नमक-पानी का घोल बनाएं।

2. हल्का और सादा भोजन लें (Eat light and simple meals)

खिचड़ी, दही-चावल, उबले आलू जैसी चीजें खाएं जो आसानी से पच जाएं।

3. दही का सेवन करें (Eat curd)

दही में प्रॉबायोटिक्स होते हैं जो आंतों को ठीक करने में मदद करते हैं।

4. नारियल पानी पियें (Drink Coconut Water)

नारियल पानी शरीर को हाईड्रेट रखने में मदद करता है और शरीर को जरूरी मिनरल्स देता है।

पेचिश का इलाज (Dysentery Treatment)

यदि पेचिश हल्का है तो ऊपर दिए गए घरेलू उपचार पर्याप्त हो सकते हैं, लेकिन यदि लक्षण बढ़ रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है।

ट्रीटमेंट में शामिल हो सकते हैं:

  • एंटीबायोटिक्स: यदि परजीवी या बैक्टीरिया पेचिश का कारण बनते हैं, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लेने की सलाह दे सकते हैं।

  • परजीवी-रोधी दवाएँ: यदि पेचिश अमीबा है।

  • द्रव चिकित्सा: यह चिकित्सा निर्जलीकरण को रोकने में मदद करती है।

  • प्रोबायोटिक्स: आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया को बहाल करने के लिए इसकी सलाह दी जाती है।

पेचिश के इलाज के लिए डॉक्टर से कब सलाह लें? When To Consult a Doctor For Dysentery Treatment?

अगर नीचे दिए गए लक्षण दिखें तो देरी न करें

  • 2 दिनों से ज्यादा दस्त

  • दस्त में खून आना

  • तेज बुखार या शरीर में कंपकंपी

  • ज्यादा कमजोरी 

  • ज्यादा सुस्ती

  • बच्चों और बुजुर्गों में पानी की कमी के लक्षण

निष्कर्ष:

पेचिश (dysentery) एक आम लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। हल्के लक्षणों में, घरेलू उपचार से राहत मिल सकती है, लेकिन अगर लक्षण गंभीर हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं, तो तुरंत अपने नज़दीकी गैस्ट्रो डॉक्टर (gastro doctor near you) से संपर्क करना ज़रूरी है। जल्दी इलाज से शरीर में पानी और मिनरल्स की कमी से होने वाली जटिलताओं से बचा जा सकता है। बेहतर पाचन स्वास्थ्य के लिए साफ-सफाई और संतुलित आहार को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।


Frequently Asked Questions

ORS का घोल, और हल्का भोजन, हाइड्रेशन और संक्रमण के इलाज का सबसे तेज़ तरीका है।

डॉक्टर की सलाह अनुसार एंटीबायोटिक्स और ORS का घोल पेचिश के लिए  सबसे  प्रभावी दवाएं हैं।

हल्के मामलों में, पेचिश 3-5 दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन गंभीर मामलों में यह 7-10 दिनों तक रह सकती है।

पेचिश रोग किसी विटामिन या मिनरल की कमी से नहीं बल्कि बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के संक्रमण और गंदगी से होता है।

पेचिश में तेल-मसाले वाला खाना, कच्चे फल-सब्ज़ियां, दूध, और बाहर का दूषित खाना खाने से बचना चाहिए।

पेचिश का असर मुख्य रूप से बड़ी आंत  पर पड़ता है।

मिरेकल हेल्थकेयर गुड़गांव में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा पेचिश के लिए सर्वोत्तम उपचार प्रदान करता है।