सर्दियों में तेजी से बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द, एक्सपर्ट से जानें कैसे करें अपना बचाव

Summary

सर्दियों के मौसम में ठंड और नमी के कारण जोड़ों में जकड़न और दर्द की समस्या आम हो जाती है। तापमान गिरने से खून का संचार धीमा पड़ता है, जिससे सूजन और stiffness बढ़ सकती है। ऐसे समय में शरीर को गर्म रखना, हल्का व्यायाम करना, पौष्टिक आहार लेना और पर्याप्त पानी पीना जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। थोड़ी सी सावधानी और सही देखभाल से सर्दियों में भी आप दर्द-मुक्त और सक्रिय रह सकते हैं।

जैसे-जैसे सर्दी आती है, एक और समस्या जो लोगों को परेशान करने लगती है, वह है जोड़ों का दर्द (joint pain)। खासकर बुजुर्गों, गठिया (arthritis) के मरीजों और पुराने चोट वाले लोगों के लिए ये मौसम मुश्किल भरा हो सकता है। तापमान गिरने के साथ शरीर की मांसपेशियां और जोड़ों की नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे जकड़न, सूजन और दर्द बढ़ने लगता है।

 लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ आसान घरेलू उपायों से इस दर्द को काफी हद तक कम किया जा सकता है? आइए जानते हैं सर्दियों में जोड़ों के दर्द के कारण (joint pain causes), और बचाव के तरीके।

सर्दियों में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ जाता है? Why Does Joint Pain in Winter?

सर्दी के मौसम में शरीर का तापमान गिरने से खून का संचार (blood circulation) धीमा पड़ जाता है। इससे जोड़ों के आसपास की मांसपेशियां और ऊतक सख्त हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अकड़न, सूजन और दर्द होता है।

 इसके अलावा:

  • ठंड में शरीर की लचीलापन (flexibility) कम हो जाता है।

  • वायुदाब (barometric pressure) में बदलाव से हड्डियों और जोड़ों पर असर पड़ता है।

  • शारीरिक गतिविधि कम होने से जोड़ों में stiffness बढ़ जाती है।

  • पानी कम पीना और शरीर में dehydration होना भी दर्द को बढ़ा देता है।

सर्दियों में जोड़ों के दर्द से बचाव के असरदार उपाय Joint Pain in Winter Remedy

डॉ. सुमित आनंद, वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ, Miracles Apollo Cradle/Spectra, Gurgaon के अनुसार, “ठंड के मौसम में जोड़ों का दर्द (joint pain during winter) बढ़ना सामान्य है, लेकिन सही देखभाल और जीवनशैली में छोटे बदलाव से इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।”

सर्दियों में ठंड और नमी के कारण शरीर की मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं, जिससे जोड़ों में खिंचाव और दर्द बढ़ने लगता है। ऐसे में कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय अपनाकर आप इस दर्द को काफी हद तक कम कर सकते हैं और अपने जोड़ों को लचीला व स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।

1. शरीर को गर्म रखें

सर्दियों के मौसम में सबसे जरूरी है कि शरीर को ठंड से बचाकर रखा जाए। ठंडी हवा और कम तापमान जोड़ों की सूजन और दर्द को बढ़ा सकते हैं। इसलिए हमेशा अपने शरीर, खासकर घुटनों, कोहनी, कंधों और कमर को गर्म रखें।

घर से बाहर निकलते समय ऊनी कपड़े, गर्म मोज़े और नीकैप पहनें। ठंडी हवा सीधे शरीर पर न लगे, इसका ध्यान रखें। आप चाहें तो रात में सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी से सिकाई (hot fomentation) भी कर सकते हैं। इससे जोड़ों में जकड़न कम होती है और मांसपेशियों को आराम मिलता है। कमरे का तापमान भी बहुत ठंडा न रखें ताकि शरीर को झटका न लगे।

2. नियमित व्यायाम करें

सर्दियों में ठंड की वजह से लोग अक्सर शारीरिक गतिविधि कम कर देते हैं, जिससे जोड़ों की stiffness और दर्द बढ़ सकता है। लेकिन एक्सरसाइज करने से खून का संचार बेहतर होता है, मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता है और शरीर गर्म रहता है।

आप सुबह के समय हल्की स्ट्रेचिंग, योग या वॉक कर सकते हैं। अगर बाहर बहुत ठंड हो, तो घर के अंदर ही कुछ आसान एक्सरसाइज करें। जैसे लेग रोटेशन, आर्म स्ट्रेच या हल्की जॉगिंग। अगर आपका काम लंबे समय तक बैठकर करने वाला है, तो हर 30 मिनट में खड़े होकर थोड़ी मूवमेंट करें। इससे जोड़ों पर दबाव कम होगा और दर्द से राहत मिलेगी।

3. संतुलित और पौष्टिक आहार लें

सर्दियों में खानपान का सीधा असर जोड़ों की सेहत पर पड़ता है। एक संतुलित और पौष्टिक डाइट न सिर्फ शरीर को ऊर्जा देती है बल्कि हड्डियों और जोड़ों को भी मजबूत बनाती है।

अपने आहार में कैल्शियम, विटामिन D, ओमेगा-3 फैटी एसिड और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें। दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां, बादाम, अखरोट, अलसी के बीज, और मछली जैसे पदार्थ जोड़ों को मजबूत बनाते हैं।

साथ ही, अधिक तेल, तला-भुना या जंक फूड खाने से बचें क्योंकि ये शरीर में सूजन बढ़ा सकते हैं। पर्याप्त मात्रा में फल और हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से शरीर को आवश्यक एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व मिलते हैं जो जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

4. सही मुद्रा में बैठें और खड़े हों

गलत तरीके से बैठना या झुककर काम करना जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इससे दर्द और stiffness की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए हमेशा ध्यान रखें कि बैठते समय आपकी पीठ सीधी हो और पैरों को जमीन पर टिकाएं।

लैपटॉप या मोबाइल का उपयोग करते समय गर्दन को झुकाकर न बैठें, बल्कि आंखों के स्तर पर स्क्रीन रखें। लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठने या खड़े रहने से बचें। यदि आपको लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना पड़ता है, तो बीच-बीच में खड़े होकर हल्का स्ट्रेच जरूर करें। यह छोटे-छोटे बदलाव जोड़ों को स्वस्थ रखने में काफी मददगार साबित होते हैं।

5. शरीर में पानी की कमी न होने दें

सर्दियों में प्यास कम लगती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि शरीर को पानी की जरूरत कम हो जाती है। पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे जोड़ों में लुब्रिकेशन कम हो जाता है और दर्द बढ़ सकता है। 

दिनभर में कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं। ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी या हर्बल टी लें। ग्रीन टी, अदरक वाली चाय या हल्दी दूध पीना भी फायदेमंद रहता है क्योंकि ये शरीर में सूजन को कम करते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं।

6. मसाज और गर्म तेल का प्रयोग करें

सर्दियों में जोड़ों के दर्द से राहत पाने का एक पारंपरिक और प्रभावी तरीका है गर्म तेल से मालिश। मालिश करने से खून का संचार बेहतर होता है, मांसपेशियों को आराम मिलता है और stiffness कम होती है। आप सरसों, तिल या नारियल तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। तेल को हल्का गर्म कर जोड़ों पर हल्के हाथों से गोलाई में मसाज करें। रोजाना 10–15 मिनट की मालिश से दर्द और जकड़न दोनों में राहत मिलेगी। इसके अलावा, मालिश के बाद शरीर को ढककर रखें ताकि ठंडी हवा का असर न हो।

7. डॉक्टर से समय पर सलाह लें

अगर जोड़ों का दर्द लगातार बढ़ रहा हो, सूजन बनी रहे या चलने-फिरने में कठिनाई महसूस हो रही हो, तो तुरंत ऑर्थोपेडिक डॉक्टर से सलाह लें। अक्सर लोग दर्द को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह Osteoarthritis, Rheumatoid Arthritis या Vitamin D deficiency का संकेत भी हो सकता है। समय पर जांच और इलाज से बीमारी को शुरुआती चरण में ही नियंत्रित किया जा सकता है और भविष्य में बड़ी जटिलताओं से बचा जा सकता है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार फिजियोथेरेपी, दवाइयां या हल्के व्यायाम अपनाने से दर्द में काफी राहत मिल सकती है।

कब करें डॉक्टर से संपर्क?

  • अगर जोड़ों में सूजन या लालपन दिखे।

  • दर्द रात में ज्यादा बढ़ने लगे।

  • जोड़ों में आवाज (क्रैकिंग साउंड) आने लगे।

  • साधारण दवाओं या घरेलू उपायों से राहत न मिले।

निष्कर्ष:

सर्दियों में जोड़ों का दर्द बढ़ना एक आम समस्या है, लेकिन यह लाइलाज नहीं है। अगर आप थोड़ी सावधानी बरतें, अपने शरीर को गर्म रखें, नियमित व्यायाम करें और पौष्टिक भोजन लें, तो इस दर्द से बचा जा सकता है।  याद रखें,  सक्रिय रहना ही जोड़ों को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका है। यदि आप लंबे समय से जोड़ों के दर्द या गठिया की समस्या से परेशान हैं, तो देर न करें, अपने नज़दीकी हड्डी रोग विशेषज्ञ (orthopedist near you) से परामर्श लें और अपने जोड़ों को फिर से मजबूत बनाएं।


Frequently Asked Questions

सर्दी में तापमान गिरने से खून का संचार धीमा हो जाता है, जिससे जोड़ों की नसें सख्त होकर दर्द और जकड़न पैदा करती हैं।

हल्की स्ट्रेचिंग, योग, वॉक और घर के अंदर एक्सरसाइज करने से शरीर एक्टिव और लचीला रहता है।

विटामिन D, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है।

पर्याप्त आराम करें, गर्म पानी पिएं, हल्की सिकाई करें और डॉक्टर की सलाह अनुसार दर्द निवारक दवा लें।

ठंड के कारण मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिससे पूरे शरीर में दर्द बढ़ता है।

गर्म सिकाई, पर्याप्त नींद, हाइड्रेशन और हल्की मालिश से जल्दी राहत मिलती है।

लेयर वाले कपड़े पहनें, नीकैप-मोज़े लगाएं, गर्म पेय लें और शरीर को लगातार हल्की गतिविधि में रखें।