पेट की सेहत सुधारने के लिए 11 असरदार और नैचुरल टिप्स
Summary
क्या आप अक्सर पेट दर्द, गैस (gas) या कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं? तो हो सकता है कि आपकी आंतों की सेहत ठीक नहीं है। अगर पेट ठीक रहेगा, तो पूरा शरीर फिट रहेगा, क्योंकि हमारी पाचन क्रिया (digestion) ही अच्छे स्वास्थ्य की नींव होती है। पेट यानी आंतों की सेहत (gut health) ठीक रहना पूरे शरीर के लिए जरूरी है। जब पेट साफ और हल्का होता है तो मन प्रसन्न रहता है और शरीर भी एक्टिव रहता है। इस ब्लॉग में हम आपको 11 ऐसे प्राकृतिक और आसान उपाय बताएंगे, जो आपके पेट के स्वास्थ्य (gut health) को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
1. फाइबर युक्त भोजन लें (Eat Fiber Rich Food)
फाइबर यानी रेशा, आंतों की सफाई के लिए बेहद जरूरी है। ये भोजन को पचने में मदद करता है और कब्ज (constipation) की समस्या से छुटकारा दिलाता है।
फाइबर से भरपूर आंत के स्वास्थ्य खाद्य पदार्थों (gut health foods) में शामिल हैं:
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ब्राउन राइस
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दलिया
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फल जैसे पपीता, सेब, अमरूद
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सब्ज़ियां जैसे पालक, गाजर, बीन्स
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चिया सीड्स और अलसी के बीज
फाइबर आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है और वजन भी कंट्रोल (weight control) करता है।
2. प्रोबायोटिक फूड्स शामिल करें (Include Probiotic Foods)
प्रोबायायोटिक्स वे अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो आपके पाचन तंत्र में संतुलन बनाए रखते हैं। ये न केवल खाना पचाने में मदद करते हैं, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं।
डॉ. दीपांशु खन्ना, गुड़गांव में गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट (gastroenterologist in Gurgaon), मिरेकल अपोलो क्रैडल/स्पेक्ट्रा के अनुसार "दही, छाछ और अन्य फर्मेंटेड फूड्स में मौजूद नेचुरल प्रोबायोटिक्स पेट के माइक्रोबायोम को संतुलित रखने में मदद करते हैं। अगर आप रोज़ाना एक कटोरी दही या छाछ लेते हैं, तो आपकी आंतों की सेहत लंबे समय तक सही बनी रह सकती है।"
प्रोबायोटिक फूड्स में शामिल हैं:
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दही
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छाछ
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कांजी
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घर में बना हुआ अचार
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किमची जैसे फर्मेंटेड फूड्स
3. पानी भरपूर मात्रा में पिएं (Drink Plenty of Water)
पानी हमारी पाचन क्रिया में बहुत अहम भूमिका निभाता है। यह आंतों को हाइड्रेट रखता है और विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।
टिप:
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दिन में कम से कम 9–10 गिलास पानी पिएं
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सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना काफी फायदेमंद होता है
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नारियल पानी और नींबू पानी भी पाचन को सुधारते हैं
4. प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचें (Avoid Processed and Junk Foods)
फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड में मौजूद ट्रांस फैट और प्रिज़र्वेटिव्स आपकी आंतों को नुकसान पहुंचाते हैं।
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समोसे, पकोड़े
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कोल्ड ड्रिंक्स
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चॉकलेट और कैंडी
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रेडी-टू-ईट पैकेट फूड्स
की बजाय ताजे, घर पर बने हुए खाने को प्राथमिकता दें।
5. खाना धीरे-धीरे और चबा-चबाकर खाएं (Eat Food Slowly and Chew it Well)
जल्दी-जल्दी खाना आंतों पर ज़्यादा दबाव डालता है। इससे गैस और अपच जैसी समस्याएं होती हैं।
टिप:
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हर निवाले को 20–30 बार चबाएं
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टीवी देखते हुए या मोबाइल पर स्क्रॉल करते हुए न खाएं
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खाना ध्यान से खाएं, और शरीर को उसे पचाने के लिए समय दें
6. एक्टिव रहें (Stay Active)
बैठे-बैठे रहना पाचन तंत्र को धीमा कर देता है। रोजाना हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी जैसे चलना या योग करना पेट की सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है।
क्या करें:
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सुबह-शाम 20 मिनट वॉक
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पाचन के लिए असरदार योगासन जैसे पवनमुक्तासन, वज्रासन, भुजंगासन
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डेस्क जॉब करने वालों को हर एक घंटे में 5 मिनट टहलना चाहिए
7. तनाव मुक्त रहें (Stay Stress Free)
तनाव (stress) सिर्फ दिमाग को ही नहीं, बल्कि पेट (gut) को भी बहुत नुकसान पहुंचाता है। तनाव, आंत-मस्तिष्क अक्ष (gut-brain axis) को प्रभावित करता है जिससे गैस (gas), अपच (indigestion) और IBS जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
तनाव कम करने के उपाय:
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10 मिनट मेडिटेशन
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गहरी सांस लें (deep breathing)
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हल्का म्यूजिक सुनें
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अच्छी नींद लें
8. आंवला और नींबू का सेवन करें (Eat Amla and Lemon)
नींबू और आंवला शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। ये पेट की गर्मी को शांत करते हैं और पाचन में सहायक होते हैं।
कैसे लें:
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1 गिलास गुनगुने पानी (lukewarm water) में एक चम्मच शहद और आधा नींबू मिलाएं
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20ml आंवला जूस रोज़ सुबह लें (खाली पेट)
ये दोनों इम्युनिटी बढ़ाने और आंतों की सफाई करने में भी मददगार हैं।
9. अधिक खाने से बचें (Avoid Overeating)
जरूरत से ज्यादा खाना आंतों को तनाव में डालता है। इससे खाना सही से नहीं पचता और गैस बनने लगती है।
क्या करें:
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जब पेट भर जाए, खाना छोड़ दें
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एक बार में ज़्यादा मात्रा में खाने के बजाय दिन में 4-5 बार थोड़ा-थोड़ा खाएं
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खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें
10. पर्याप्त नींद लें (Get Enough Sleep)
अच्छी नींद आपके पाचन तंत्र के लिए उतनी ही ज़रूरी है जितना सही खाना। नींद की कमी से आंतों का बैलेंस बिगड़ता है।
नींद बेहतर करने के उपाय:
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रोज़ तय समय पर सोएं और उठें
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रात को मोबाइल और टीवी से दूरी बनाएं
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सोने से पहले हल्का गर्म दूध लें या किताब पढ़ें
11. गट हेल्थ टेस्ट करवाएं (Get a Gut Health Test Done)
अगर बार-बार पेट से जुड़ी समस्याएं हो रही हैं जैसे गैस, सूजन, कब्ज या दस्त, तो यह संकेत हो सकते हैं कि आपकी आंतों में किसी तरह का असंतुलन है। गट हेल्थ टेस्ट (gut health test) एक खास प्रकार की जांच होती है जो यह पता लगाती है कि आपके पेट में मौजूद बैक्टीरिया, सूजन और पाचन की स्थिति कैसी है।
गट हेल्थ टेस्ट से क्या पता चलता है?
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आंतों में मौजूद अच्छे और खराब बैक्टीरिया का संतुलन
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किसी खास खाद्य पदार्थ से एलर्जी है या नहीं
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आंतों में सूजन या संक्रमण की स्थिति
गट हेल्थ टेस्ट कब करवाना चाहिए?
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जब घरेलू उपायों से आराम न मिले
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बार-बार पेट की कोई न कोई दिक्कत हो
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वजन अचानक घटने या बढ़ने लगे
मिरेकल हेल्थकेयर में अपने नज़दीकी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से परामर्श लेकर यह टेस्ट करवा सकते हैं और अपनी पाचन से जुड़ी समस्याओं का सही समाधान पा सकते हैं।
निष्कर्ष:
पेट से जुड़ी दिक्कतों को नजरअंदाज करना भविष्य में बड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। अगर आपको बार-बार गैस, अपच या पेट दर्द (stomach pain) की शिकायत रहती है, तो अपने नज़दीकी अनुभवी गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट (gastroenterologist near you) से परामर्श लें। सही जांच और इलाज (gut health treatment) से ही आंतों की सेहत (gut health) बेहतर हो सकती है।
Frequently Asked Questions
आंत का स्वास्थ्य आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि खराब आंत स्वास्थ्य पाचन, पोषक तत्वों के अवशोषण, प्रतिरक्षा प्रणाली और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
हाँ, असंतुलित आंत्र स्वास्थ्य सूजन पैदा कर सकता है और त्वचा को प्रभावित कर सकता है। इससे एक्ज़िमा और सोरायसिस जैसी आम त्वचा संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
खराब आंत स्वास्थ्य के कारण पेट फूलना, गैस, कब्ज, दस्त, मूड में उतार-चढ़ाव, थकान, अनिद्रा और मुँहासे, एक्जिमा जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ, किण्वित खाद्य पदार्थ, और प्रीबायोटिक गुणों वाले खाद्य पदार्थ आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं
मिराकल्स हेल्थकेयर गुड़गांव में अत्यधिक अनुभवी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट की एक टीम है, जो आंत के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने में आपकी मदद करने के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग करती है।
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