बवासीर की समस्या में असरदार 11 फाइबर फूड्स का सेवन करें रोज़

Summary: बवासीर से राहत पाने के लिए आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना बेहद लाभकारी होता है। फाइबर मल को मुलायम बनाता है और कब्ज से छुटकारा दिलाकर गुदा पर दबाव को कम करता है। इसके लिए दलिया, पपीता, सेब, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और मेथी, छिलके वाली दालें, चिया सीड्स, अंजीर, ब्रोकली, भीगी हुई किशमिश, साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस और बाजरा, और गाजर जैसे खाद्य पदार्थ बेहद असरदार हैं। ये सभी फाइबर के अच्छे स्रोत हैं जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं, आंतों की सफाई करते हैं और मल त्याग को आसान बनाते हैं, जिससे बवासीर के लक्षणों में राहत मिलती है

Overview:

बवासीर (Piles या Hemorrhoids) एक आम समस्या है जिसमें गुदा (anus) या मलाशय (rectum) में सूजन आ जाती है। इस दौरान व्यक्ति को मलत्याग के समय तेज दर्द, जलन और कभी-कभी खून भी आ सकता है। इसकी एक मुख्य वजह है कब्ज, और कब्ज से राहत दिलाने में फाइबर युक्त आहार बेहद जरूरी होता है। फाइबर न सिर्फ मल को मुलायम बनाता है, बल्कि मलत्याग को आसान बनाता है और गुदा पर दबाव को कम करता है। इससे बवासीर की स्थिति में काफी राहत मिलती है। आइए जानते हैं उन 11 फाइबर से भरपूर फूड्स के बारे में जिन्हें बवासीर के रोगियों (high fiber foods for piles) को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

 1. दलिया (Oats)

दलिया एक उत्कृष्ट हाई-फाइबर आहार है, जिसमें घुलनशील फाइबर पाया जाता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है, मल को मुलायम बनाकर पाचन प्रक्रिया को सुचारु बनाता है। सुबह के नाश्ते में दलिया को सब्जियों के साथ पकाकर नमकीन तरीके से या दूध और शहद मिलाकर मीठे रूप में खाया जा सकता है। यह लंबे समय तक पेट भरा रखता है और बवासीर (piles) से राहत दिलाने में मदद करता है।

2. पपीता (Papaya)

पपीता एक ऐसा फल है जिसमें पपेन (papain) नामक एंजाइम पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है। यह कब्ज दूर करने में सहायक होता है और आंतों की सफाई (intestinal cleansing) करता है। पपीता में पानी (water) और फाइबर (fiber) दोनों ज़्यादा मात्रा में होते हैं, जिससे मल त्याग आसान हो जाता है। इसे सुबह खाली पेट खाना अधिक फायदेमंद होता है, खासकर जब बवासीर की समस्या हो।

3. सेब (Apple)

सेब में पेक्टिन (pectin) नामक घुलनशील फाइबर होता है, जो आंतों में जेल जैसा पदार्थ बनाता है और मल को नरम बनाता है। इसका नियमित सेवन आंतों की गति को नियंत्रित करता है और कब्ज को रोकता है। सेब को छिलके समेत खाना अधिक लाभकारी होता है क्योंकि इसके छिलके में भी फाइबर और पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पाचन क्रिया (digestion) को संतुलित रखता है और बवासीर के लक्षणों (piles sysmptoms) को कम करने में मदद करता है।

 4. हरी पत्तेदार सब्जियां (Leafy Greens)

पालक, मेथी, बथुआ जैसी पत्तेदार सब्जियां फाइबर के साथ-साथ आयरन (iron), कैल्शियम (calcium) और फोलेट (folate) का भी अच्छा स्रोत होती हैं। ये सब्जियां पाचन तंत्र को मजबूत बनाती हैं और आंतों को सक्रिय करती हैं। इनका नियमित सेवन मल त्याग को आसान बनाता है और आंतों में सूजन को कम करता है। आप इन्हें सूप, पराठा, सब्ज़ी या दाल के रूप में अपनी डाइट (diet) में शामिल कर सकते हैं।

 5. छिलके वाली दालें (Whole Pulses)

मसूर, मूंग और चना जैसी छिलके वाली दालें अघुलनशील फाइबर से भरपूर होती हैं। यह फाइबर पाचन तंत्र को साफ रखने में मदद करता है और कब्ज (constipation)q से राहत दिलाता है। दालों को बिना छाने पकाना और खाना ज़्यादा फायदेमंद होता है, क्योंकि छिलके में ही अधिकतर फाइबर मौजूद होता है। इन दालों को सूप, खिचड़ी या सामान्य दाल के रूप में खाया जा सकता है।

6. चिया सीड्स (Chia Seeds)

चिया सीड्स में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है और ये पानी में भिगोने पर जेल जैसी संरचना बना लेते हैं। यह जेल आंतों में नमी बनाए रखता है और मल त्याग को आसान बनाता है। चिया सीड्स को आप रात में पानी या दूध में भिगोकर सुबह दही, स्मूदी, ओट्स या शेक में मिलाकर ले सकते हैं। यह न सिर्फ पाचन सुधारता है बल्कि शरीर को ऊर्जा भी देता है।

7. अंजीर (Figs)

सूखे अंजीर में प्राकृतिक रेचक गुण मौजूद होते हैं, जो कब्ज को दूर करने और मल को आसानी से बाहर निकालने में मदद करते हैं। इन्हें रातभर पानी में भिगोकर सुबह सेवन करना अधिक लाभकारी होता है।  इसमें फाइबर के साथ-साथ आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं, जो संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

8. ब्रोकली (Broccoli)

ब्रोकली में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो आंतों की सफाई में मदद करते हैं। यह सब्जी पाचन में सुधार करती है, कब्ज दूर करती है और बवासीर के लक्षणों से राहत दिलाती है। ब्रोकली को हल्का उबालकर, सूप में मिलाकर या सलाद में शामिल करके खाया जा सकता है। इसमें विटामिन C और K भी प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।

9. भीगी हुई किशमिश (Soaked Raisins)

किशमिश आयरन और घुलनशील फाइबर का अच्छा स्रोत है। रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट 8–10 किशमिश खाने से कब्ज में राहत मिलती है और पाचन क्रिया बेहतर होती है। यह शरीर में खून की कमी को दूर करती है और आंतों में नमी बनाए रखती है, जिससे मल त्याग आसान होता है। 

10. साबुत अनाज (Whole Grains)

ब्राउन राइस, बाजरा, ज्वार, मल्टीग्रेन ब्रेड जैसे साबुत अनाज फाइबर से भरपूर होते हैं। ये अनाज आंतों की सफाई करते हैं, कब्ज से राहत दिलाते हैं और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते हैं। नियमित रूप से इनका सेवन पाचन को दुरुस्त रखता है और बवासीर जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। ये ब्लड शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखते हैं और एनर्जी का अच्छा स्रोत हैं।

11. गाजर (Carrot)

गाजर में फाइबर, विटामिन A, और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह आंतों की सफाई करने में मदद करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है। गाजर को सलाद, जूस या हल्की भुनी हुई सब्ज़ी के रूप में सेवन करना फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन मल त्याग को आसान बनाता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है।

डॉ. अनुभव सांगवान, गुड़गांव में वरिष्ठ जनरल सर्जरी डॉक्टर (general surgery doctor in Gurgaon), मिरेकल्स अपोलो क्रेडल/स्पेक्ट्रा कहते हैं “बवासीर के मरीजों को चाहिए कि वे अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर चीज़ें शामिल करें और हर दिन कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं। इससे मल त्याग आसान होता है और बार-बार कब्ज की समस्या नहीं होती।”

बवासीर में किन चीजों से बचें? Food Not to Eat For Piles

खाने में इन चीजों से बचना भी जरूरी है:

  • तेज मसाले और तला हुआ खाना

  • ज्यादा कॉफी या चाय

  • रेड मीट

  • शराब और धूम्रपान

  • बहुत ज्यादा बैठना और शारीरिक गतिविधि की कमी

कुछ और आसान टिप्स:

  • दिन में कम से कम 8–9गिलास पानी पिएं

  • खाने में दही और छाछ शामिल करें

  • फिजिकल एक्टिविटी जैसे योगा या वॉक जरूर करें

  • मल त्याग को कभी रोके नहीं

  • बहुत देर तक बैठने से बचें, खासकर टॉयलेट पर

निष्कर्ष:

बवासीर जैसी तकलीफ से राहत पाना मुश्किल नहीं है, बस अपने खान-पान और दिनचर्या पर थोड़ा ध्यान देना जरूरी है। ऊपर दिए गए फाइबर युक्त 11 फूड्स को रोज़मर्रा की डाइट में शामिल करके आप कब्ज को दूर रख सकते हैं और बवासीर की परेशानी से धीरे-धीरे राहत पा सकते हैं। आपका स्वास्थ्य आपके हाथ में है। प्राकृतिक और संतुलित आहार से बवासीर को हराया जा सकता है। अगर आप बवासीर या कब्ज से लंबे समय से परेशान हैं, तो अपने नज़दीकी अनुभवी  जनरल सर्जन से परामर्श लें


Frequently Asked Questions

हरी सब्जियां, फल, दलिया, ओट्स, साबुत अनाज और सूखे मेवे जैसे अंजीर व मुनक्का फाइबर से भरपूर होते हैं।

एक गिलास गुनगुना पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीना या रातभर भीगे हुए अंजीर खाना फायदेमंद होता है।

हां, गेहूं या मल्टीग्रेन रोटी खाना फायदेमंद होता है, बस रिफाइंड आटे से बनी चीज़ों से बचें।

फाइबर युक्त भोजन, पर्याप्त पानी और तरल चीज़ें जैसे नारियल पानी और छाछ सबसे ज्यादा फायदेमंद होती हैं।

ओट्स, दलिया, पपीता, भीगा हुआ अंजीर या मुनक्का और छाछ जैसे हल्के व पचने वाले फूड आइटम नाश्ते में लेने चाहिए।

फल (जैसे सेब, पपीता), सब्जियां (पालक, गाजर), साबुत अनाज, बीन्स और दालें फाइबर युक्त भोजन के अच्छे स्रोत हैं।

मिरेकल्स अपोलो क्रैडल/स्पेक्ट्रा, गुड़गांव में अनुभवी जनरल सर्जन उपलब्ध हैं, जो लेजर सर्जरी जैसी आधुनिक तकनीक से बवासीर का सफल इलाज करते हैं।