गर्मियों में अस्थमा से बचाव के 7 असरदार उपाय

Summary: गर्मियों का मौसम अस्थमा के मरीजों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। तेज़ धूप, गर्म हवाएं और बढ़ती उमस सांस की तकलीफ को बढ़ा सकती हैं। पसीना, एलर्जी और प्रदूषण भी ट्रिगर बन सकते हैं जिससे अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन चिंता की बात नहीं, । सही सावधानियां, दवाओं का नियमित सेवन और कुछ आसान हेल्थ टिप्स की मदद से अस्थमा की परेशानी गर्मियों में मैनेज की जा सकती है

गर्मियों की तेज़ धूप, बढ़ता तापमान और गर्म हवा अस्थमा (asthma) के मरीज़ों के लिए कई तरह की परेशानियाँ लेकर आता है। इस मौसम में वातावरण में धूल (dust), परागकण (pollen), उमस (humidity) और प्रदूषण (pollution) बहुत बढ़ जाते हैं, जो सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकते हैं। कई बार यह स्थिति अस्थमा अटैक (asthma attack) का कारण भी बन जाती है। अध्ययन के अनुसार भारत में 34.3 मिलियन लोग अस्थमा से पीड़ित हैं

अगर आपको अस्थमा है या आपके परिवार में कोई इस बीमारी से पीड़ित है, तो गर्मियों में विशेष सावधानी बरतनी ज़रूरी है। कुछ आसान से उपाय (easy remedies) और थोड़ी सी सतर्कता अपनाकर आप इस मौसम में राहत पा सकते हैं और अस्थमा से जुड़ी परेशानियों को कम कर सकते हैं।

गुड़गांव के जाने-माने आंतरिक चिकित्सा विशेषज्ञ (internal medicine doctor in Gurgaon) डॉ. सुमित गुल्ला बताते हैं कि "गर्मियों में अस्थमा (asthma during summer) के मामलों में लगभग 20-25% तक वृद्धि देखी जाती है, खासकर जब धूल और परागकण का स्तर उच्च होता है। ऐसे समय में मरीजों को अपने ट्रिगर्स पहचानने, इनहेलर (inhaler) को हमेशा साथ रखने और गर्मी में खान-पान (eating) व जीवनशैली (lifestyle) को संतुलित रखने की सलाह दी जाती है। सही गाइडेंस और कुछ जीवनशैली सुधारों के ज़रिए इस बीमारी को अच्छी तरह कंट्रोल किया जा सकता है।”

इस ब्लॉग में हम गर्मियों में अस्थमा (asthma in summer) से बचने के 7 आसान और असरदार उपायों के बारे में चर्चा करेंगे। जिन्हें अपनाकर आप अपनी सेहत का बेहतर ध्यान रख सकते हैं और सांस लेने में होने वाली तकलीफ (breathing problem) से काफी हद तक बच सकते हैं। 

1. परागकण और धूल से बचें (Avoid Dust and Pollen)

गर्मियों में धूल (dust) और पेड़ों से निकलने वाले परागकण (pollen) अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। बाहर निकलने से पहले मास्क पहनना एक अच्छा तरीका है। घर में भी सफाई करते समय मुंह और नाक को ढक कर रखें और वैक्यूम क्लीनर (vaccum cleaner) का उपयोग करें।

क्या करें:

  • बाहर जाते समय N95 मास्क पहनें।

  • घर की खिड़कियाँ और दरवाज़े दोपहर के समय बंद रखें जब परागकण का स्तर ज़्यादा होता है।

  • एयर प्यूरीफायर (air purifier) का इस्तेमाल करें।

2. ठंडी चीज़ों से परहेज़ करें (Avoid Cold Items)

गर्मी में ठंडा पानी (cold water), आइसक्रीम (icecream) या कोल्ड ड्रिंक्स (cold-drink) का सेवन आम बात है, लेकिन अस्थमा के मरीजों  (asthma patients) को इससे परहेज़ करना चाहिए। इससे गले में खराश (sore throat) हो सकती है जो आगे चलकर सांस लेने में तकलीफ पैदा कर सकती है।

क्या करें:

  • गुनगुना पानी पिएं।

  • आइसक्रीम और बहुत ठंडी चीज़ों से दूरी बनाएं।

  • शरीर को ठंडा रखने के लिए नारियल पानी ( या बेल का शरबत लें।

3. इनहेलर हमेशा साथ रखें (Always Carry Your Inhaler with You)

अस्थमा के रोगियों को गर्मी के मौसम में अचानक सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसे में इनहेलर (inhaler) एक लाइफसेवर की तरह काम करता है। डॉक्टर द्वारा बताए गए इनहेलर और दवाइयों को समय पर लेना न भूलें।

क्या करें:

  • ट्रैवल करते समय इनहेलर साथ रखें।

  • डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं।

  • दवाइयों का सही समय और मात्रा रखें।

4. घर के अंदर का वातावरण स्वच्छ और ठंडा रखें  (Keep the Indoor Environment Clean and Cool)

गर्मी में घर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे उमस और गर्म हवा अस्थमा के ट्रिगर बन सकते हैं। ऐसे में घर को ठंडा और साफ-सुथरा रखना बहुत जरूरी है।

क्या करें:

  • कमरे में एसी (AC) या कूलर (Cooler) का उपयोग करें लेकिन सीधा हवा न लगने दें।

  • खिड़कियों पर पर्दे लगाएं जिससे धूप कम आए।

  • सप्ताह में एक बार गद्दे, चादर और तकिए की सफाई करें।

5. धूप में ज्यादा देर तक ना रहें (Do not Stay in the Sun For too Long)

धूप में रहने से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे अस्थमा के लक्षण (asthma symptoms) उभर सकते हैं। कोशिश करें कि सुबह या शाम के समय ही बाहर निकलें।

क्या करें:

  •  दोपहर के समय घर से बाहर धूप में ना निकले

  • सनस्क्रीन (sun-screen), टोपी (cap) और छाता (umbrella) का इस्तेमाल करें।

  • पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।

6. योग और प्राणायाम करें (Do Yoga and Pranayam)

गर्मियों में हल्का व्यायाम (light exercises) और सांस से जुड़ी एक्सरसाइज़ (breathing exercises) जैसे प्राणायाम (pranayama), अनुलोम-विलोम और भ्रामरी अस्थमा में राहत (relief in asthma) दिला सकते हैं। ये फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाते हैं और शरीर को शांति प्रदान करते हैं।

क्या करें:

  • सुबह-सुबह खुली हवा में योग करें।

  • स्ट्रेस से दूर रहें क्योंकि तनाव (stress) भी अस्थमा का ट्रिगर हो सकता है।

7. खान-पान का रखें विशेष ध्यान (Take Special Care of Your Diet)

गर्मियों में अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए हल्का, आसानी से पचने वाला और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन सबसे उपयुक्त होता है। वहीं, तली-भुनी चीज़ें, प्रोसेस्ड फूड और प्रिज़र्वेटिव्स वाले उत्पाद अस्थमा को बढ़ा सकते हैं, इसलिए इनसे बचना चाहिए।

  • हरी सब्ज़ियाँ, मौसमी फल, और ओमेगा-3 युक्त भोजन जैसे अलसी, और अखरोट लें।

  • मसालेदार और तले-भुने खाने से बचें।

  • दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स अगर समस्या बढ़ाएं, तो इनका सेवन सीमित करें।

अतिरिक्त सुझाव

  • रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।

  • नींद पूरी लें, क्योंकि थकान से भी अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ता है।

  • अस्थमा ट्रिगर करने वाले कारणों की लिस्ट बनाएं और उनसे बचने की कोशिश करें।

निष्कर्ष:

गर्मी का मौसम अस्थमा  (asthma) मरीजों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन ऊपर बताए गए आसान उपायों को अपनाकर आप इस मौसम में भी खुद को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं। याद रखें, नियमित दवाइयाँ, इनहेलर की उपलब्धता, स्वच्छ वातावरण और हेल्दी लाइफस्टाइल (healthy lifestyle) अस्थमा को प्रबंधन (asthma management) करने की कुंजी है। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य अस्थमा (asthma) से जूझ रहा है और गर्मी में बार-बार सांस की तकलीफ हो रही है, तो तुरंतअपने नज़दीकी आंतरिक चिकित्सा चिकित्सक से अस्थमा और सांस की बीमारियों के बेहतरीन इलाज (asthma treatment) के लिए परामर्श लें


Frequently Asked Questions

गर्मी में तापमान और उमस बढ़ने से वातावरण में एलर्जन, धूल और प्रदूषण की मात्रा अधिक हो जाती है, जिससे अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं।

हाँ, गर्मियों में तेज गर्मी, उमस और प्रदूषण के कारण अस्थमा की समस्या बढ़ सकती है, लेकिन सही देखभाल और सावधानियों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

  • दोपहर की तेज धूप से बचें।

  • धूल और प्रदूषण वाले स्थानों पर मास्क पहनें।

  • पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

  • हल्का और सुपाच्य भोजन लें।

  • इनहेलर हमेशा साथ रखें।

अस्थमा सर्दियों और गर्मियों दोनों में ट्रिगर हो सकता है, लेकिन गर्मियों में उमस, पसीना और एलर्जन के कारण इसकी परेशानी अधिक हो सकती है।