हस्तमैथुन के फायदे और नुकसान क्या हैं? जानें पूरी सच्चाई

Summary

हस्तमैथुन (masturbation) एक स्वाभाविक और सुरक्षित प्रक्रिया है, जो तनाव कम करने, बेहतर नींद दिलाने और अपने यौन स्वास्थ्य (sexual health) को समझने में मदद करती है। संतुलित रूप से किया जाए तो यह शरीर और दिमाग दोनों के लिए लाभदायक होता है। हालांकि, अत्यधिक या गलत तरीके से करने पर पुरुषों और महिलाओं में हल्की शारीरिक या मानसिक असुविधाएँ हो सकती हैं। इसके बारे में फैली कई गलत धारणाएँ सच नहीं हैं, क्योंकि वैज्ञानिक रूप से यह प्रजनन क्षमता (fertility) या यौन स्वास्थ्य को स्थायी रूप से प्रभावित नहीं करता। सही जानकारी, स्वच्छता और संयम के साथ यह पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है।

हस्तमैथुन (masturbation) ऐसा विषय है, जिसे अक्सर लोग छुपाकर रखते हैं, न कोई खुलकर पूछता है, न ही आसानी से इसका जवाब मिलता है। समाज में इसे लेकर कई तरह की बातें सुनने को मिलती हैं, जिनमें से बहुत-सी बातें सच नहीं होतीं। जबकि हकीकत यह है कि यह एक बिल्कुल स्वाभाविक मानवीय व्यवहार है, जिसे ज्यादातर लोग अपने जीवन में कभी न कभी अनुभव करते हैं। इसे समझने के लिए इसकी सही जानकारी, लाभ, संभावित नुकसान और इससे जुड़े मिथकों को जानना बेहद जरूरी है, ताकि हर व्यक्ति अपने यौन स्वास्थ्य के बारे में बेहतर और सचेत निर्णय ले सके।

हस्तमैथुन क्या है? What is  Masturbation in Hindi?

हस्तमैथुन (masturbation) वह क्रिया है जिसमें व्यक्ति अपने शरीर, विशेष रूप से जननांगों को स्वयं छूकर या उत्तेजित करके यौन सुख, आराम या तनाव में कमी महसूस करता है। यह एक पूरी तरह प्राकृतिक, सामान्य और सुरक्षित जैविक व्यवहार है, जो मानव जीवन का एक हिस्सा है। चाहे पुरुष हों या महिलाएँ, अधिकांश लोग अपने जीवन में किसी न किसी उम्र में इस अनुभव से गुजरते हैं।+

हस्तमैथुन को कई डॉक्टर और स्वास्थ्य विशेषज्ञ एक सेल्फ-केयर गतिविधि (self-care activity) मानते हैं, क्योंकि यह व्यक्ति को अपने शरीर को समझने में मदद करता है। यह जानना कि आपके शरीर को किस तरह की उत्तेजना, स्पर्श या भावना पसंद आती है, आगे चलकर यौन जीवन और संबंधों में भी सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।

गुरुग्राम के मिरेकल्स फर्टिलिटी एंड आईवीएफ क्लिनिक में सर्वश्रेष्ठ फर्टिलिटी डॉक्टर डॉ. नेहा श्रिया के अनुसार, "हस्तमैथुन एक पूरी तरह सुरक्षित और सामान्य प्रक्रिया है। इससे शरीर को कोई स्थायी नुकसान नहीं होता और यह व्यक्ति को अपने sexual responses को समझने में मदद करता है। कई लोग इसे गलत समझ लेते हैं, लेकिन वैज्ञानिक रूप से देखा जाए तो यह तनाव कम करने, मूड सुधारने और भावनात्मक संतुलन बनाने का एक प्राकृतिक तरीका है। बस इसकी आवृत्ति इतनी होनी चाहिए कि यह रोज़मर्रा के काम, रिश्तों या मानसिक स्वास्थ्य पर असर न डाले।”

वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो हस्तमैथुन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें शरीर में ‘डोपामाइन’, ‘एंडोर्फिन’ और ‘ऑक्सिटोसिन’ जैसे हार्मोन निकलते हैं। ये हार्मोन दिमाग को आराम देते हैं, तनाव कम करते हैं, और मूड बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसी कारण कई लोग इसे मानसिक शांति, नींद में सुधार और भावनात्मक राहत का एक प्राकृतिक तरीका मानते हैं।

महत्वपूर्ण बात यह है कि हस्तमैथुन:

  • किसी भी उम्र में सामान्य हो सकता है

  • इससे सेहत को कोई बड़ा नुकसान नहीं होता

  • यह यौन रोगों को फैलाता नहीं है

  • यह किसी “गलत आदत” का संकेत नहीं है

मानसिक रूप से यह तभी समस्या बनता है जब यह मजबूरी बन जाए

आज के समय में डॉक्टर, यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, मनोवैज्ञानिक और कई हेल्थ संस्थान यह मानते हैं कि संतुलित और नियंत्रित रूप से किया गया हस्तमैथुन शरीर और दिमाग दोनों के लिए सुरक्षित है।

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हस्तमैथुन के फायदे  Masturbation Benefits in Hindi

हस्तमैथुन न सिर्फ एक स्वाभाविक व्यवहार है, बल्कि कई वैज्ञानिक अध्ययनों में इसके शारीरिक और मानसिक फायदे भी बताए गए हैं। इसके फायदे शामिल हो सकते हैं:

1. तनाव और मानसिक दबाव कम करता है

जब व्यक्ति हस्तमैथुन करता है, तो शरीर में एंडोर्फिन, डोपामाइन और ऑक्सिटोसिन जैसे ‘फील-गुड’ हार्मोन रिलीज होते हैं।  ये हार्मोन स्वाभाविक रूप से मूड को बेहतर बनाते हैं और दिमाग को शांत रखते हैं।

कैसे करता है मदद?

  • तनाव और चिंता घटती है

  • मन हल्का महसूस होता है

  • रिलैक्सेशन बढ़ता है

  • मूड पॉज़िटिव होता है

इसी वजह से कई लोग इसे मानसिक थकान दूर करने का एक प्राकृतिक तरीका मानते हैं।

 2. नींद में सुधार करता है

अगर आपको नींद आने में दिक्कत होती है, तो हस्तमैथुन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। चरमसुख (orgasm) के बाद शरीर रिलैक्स मोड में चला जाता है, जिससे नींद जल्दी और गहरी आती है।

फायदे:

  • सोने में आसानी

  • बेचैनी कम

  • शरीर में तनाव कम होकर बेहतर नींद

3. यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है

हस्तमैथुन यौन स्वास्थ्य को समझने और उसे सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

4. पुरुषों के लिए लाभ (Masturbation Benefits for Men):

  • प्रोस्टेट के लिए अच्छा: नियमित स्खलन प्रोस्टेट को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।

  • कंट्रोल बढ़ता है: इससे पुरुष अपनी यौन उत्तेजना और प्रतिक्रिया को बेहतर तरीके से नियंत्रित करना सीखते हैं।

  • घबराहट कम होती है: कई पुरुषों में यौन प्रदर्शन से जुड़ी चिंता (performance anxiety) कम होने में मदद मिलती है।

  • शरीर को समझने में मदद: व्यक्ति अपने शरीर की यौन प्रतिक्रियाओं को समझ पाता है, जिससे आगे का यौन जीवन आसान हो सकता है।

5. महिलाओं के लिए लाभ (Masturbation Benefits for Women):

  • पेल्विक फ्लोर मसल्स मजबूत होती हैं, जो यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है

  • इससे शरीर को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलती है।

  • यौन संतुष्टि बढ़ती है

  • आत्मविश्वास में वृद्धि होती है

  • यह महिला स्वास्थ्य के लिए एक सुरक्षित और सकारात्मक अनुभव हो सकता है।

6. पीरियड्स के दर्द में राहत 

कई महिलाएँ मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन से परेशान रहती हैं। हस्तमैथुन के दौरान शरीर में निकलने वाले एंडोर्फिन प्राकृतिक दर्द निवारक की तरह काम करते हैं, जिससे ऐंठन और असहजता में राहत मिल सकती है।

फायदे:

  • मसल्स रिलैक्स होते हैं

  • पेट और कमर दर्द में कमी

  • मूड बेहतर होता है

7. रक्त संचार (Blood Circulation) में सुधार

हस्तमैथुन के दौरान शरीर के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पेल्विक क्षेत्र में, रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। यह न केवल यौन स्वास्थ्य बल्कि शरीर के संपूर्ण कार्यों के लिए भी अच्छा माना जाता है।

लाभ:

  • शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर

  • जननांगों की कार्य क्षमता में सुधार

  • पेल्विक हेल्थ बेहतर

  • अपनी यौन इच्छाओं और पसंद को समझने में मदद

हस्तमैथुन व्यक्ति को यह जानने का मौका देता है कि उसे किस तरह का स्पर्श, गति या उत्तेजना पसंद आती है। यह आगे चलकर साथी के साथ रिश्ते में भी उपयोगी साबित होता है।

क्यों महत्वपूर्ण है?

  • स्वयं को बेहतर समझ पाते हैं

  • यौन आत्मविश्वास बढ़ता है

  • स्वस्थ और संतुलित संबंध बनते हैं

पुरुषों में हस्तमैथुन के नुकसान Side Effects of Masturbation for Men

हस्तमैथुन सामान्य और सुरक्षित माना जाता है, लेकिन अगर इसे बहुत ज़्यादा, बार-बार या अनियंत्रित तरीके से किया जाए तो पुरुषों में कुछ दुष्प्रभाव दिखाई दे सकते हैं। ये नुकसान शारीरिक से ज्यादा मानसिक और व्यवहारिक होते हैं। आइए पुरुषों में होने वाले संभावित साइड इफेक्ट्स को समझते हैं:

  • अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होना: अत्यधिक हस्तमैथुन से शरीर लगातार ऊर्जा खर्च करता है, जिससे थकान, सुस्ती और कमजोरी महसूस होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

  • यौन इच्छा (Libido) में कमी: अगर पुरुष बहुत बार हस्तमैथुन करें, तो कुछ समय के लिए उनकी यौन इच्छा कम हो सकती है।

  • स्किन इरिटेशन या चोट: बार-बार या लगातार ऐसा करने से  जननांगों की त्वचा में:

    • रैश

    • लालपन

    • सूजन

    • हल्की चोट

       जैसी समस्याएं  हो सकती है।  ये अस्थायी होते हैं, लेकिन इनसे असुविधा हो सकती है।

  • वीर्य की गुणवत्ता पर अस्थायी असर: लगातार कई बार वीर्यपात करने से कुछ समय के लिए शुक्राणुओं की संख्या कम हो सकती है। हालाँकि यह स्थायी नुकसान नहीं है, शरीर कुछ ही दिनों में सामान्य स्थिति में लौट आता है।

  • पोर्न पर निर्भरता का जोखिम: बहुत सारे पुरुष हस्तमैथुन करते समय पोर्न देखते हैं। अगर यह आदत बढ़ जाए तो:

    • वास्तविक जीवन में यौन संतुष्टि कम हो सकती है

    • जीवनसाथी के साथ संबंध प्रभावित हो सकते हैं

    • कल्पनाओं और वास्तविकता में अंतर बढ़ सकता है

    • यह मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

  • यौन प्रदर्शन में चिंता (Performance Anxiety): बार-बार अकेले ही उत्तेजित होने से कुछ पुरुषों में वास्तविक यौन स्थिति में असहजता या घबराहट हो सकती है। विशेष रूप से तब, जब वे पोर्न के हिसाब से प्रदर्शन की उम्मीदें बना लेते हैं।

  • दिनचर्या पर असर: अगर हस्तमैथुन आदत बन जाए या बाध्यता (compulsion) की तरह होने लगे, तो:

    • काम पर ध्यान नहीं लगता

    • पढ़ाई में बाधा

    • सामाजिक जीवन प्रभावित

    • मानसिक बेचैनी

    • जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

  • भावनात्मक गिल्ट या शर्म: कई पुरुष गलत धारणाओं या सामाजिक सोच की वजह से हस्तमैथुन के बाद गिल्ट या शर्म महसूस करते हैं।  यह पूरी तरह मनोवैज्ञानिक प्रभाव है और सेहत से जुड़ा नुकसान नहीं।

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महिलाओं में हस्तमैथुन के साइड इफेक्ट्स Side Effects of Masturbation for Women

हस्तमैथुन महिलाओं के लिए एक सामान्य और सुरक्षित प्रक्रिया है, लेकिन जब इसे बहुत अधिक, गलत तरीके से या बिना सावधानी के किया जाता है, तो कुछ हल्के-फुल्के साइड इफेक्ट्स अनुभव हो सकते हैं। ये प्रभाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं और थोड़े समय में ठीक भी हो जाते हैं। फिर भी इन संभावित दुष्प्रभावों को समझना ज़रूरी है ताकि यौन स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।

  • योनि क्षेत्र में सूजन या जलन (Vaginal Irritation or Swelling): यदि हस्तमैथुन बहुत बार या बहुत ज़ोर से किया जाता है, तो योनि के आसपास के संवेदनशील क्षेत्र लाल हो सकते हैं और  उनमें हल्की सूजन आ सकती है या जलन हो सकती है। यह समस्या अत्यधिक रगड़ने, नाखूनों की खुरदरी सतह या सूखी रगड़ने के कारण हो सकती है। अधिकतर मामलों में, यह कुछ घंटों के भीतर ठीक हो जाती है।

  • योनि में सूखापन ( Vaginal Dryness): कभी-कभी, बिना लुब्रिकेंट के हस्तमैथुन करने से योनि के त्वचा में सूखापन आ सकता है। रगड़न के कारण हल्की जलन या दर्द हो सकता है। यदि किसी महिला की त्वचा संवेदनशील है, तो यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है।

  • पेशाब के दौरान जलन (Burning Sensation While Peeing): लगातार फ्रिक्शन या बार-बार रगड़ होने से जननांग क्षेत्र में संवेदनशीलता बढ़ जाती है। इस वजह से पेशाब करते समय हल्की जलन हो सकती है। आम तौर पर यह 12 से 24 घंटे में ठीक हो जाती है।

  • हल्का ब्लड स्पॉटिंग (Minor Spotting): हस्तमैथुन के दौरान अगर आप बहुत ज़्यादा बल लगाते हैं या कठोर वस्तुओं का इस्तेमाल करते हैं, तो योनि की दीवारों पर हल्की खरोंच हो सकता है। इससे हल्का धब्बा या छोटे निशान पड़ सकते हैं। यदि ऐसा बार-बार होता है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।

  • थकान या कमजोरी (Fatigue or Low Energy): ऑर्गैज़्म के बाद शरीर स्वाभाविक रूप से रिलैक्स महसूस करता है। अगर कोई महिला दिन में कई बार हस्तमैथुन करती है, तो उसे थोड़ी थकान, सुस्ती या कमज़ोरी महसूस हो सकती है। यह अस्थायी होता है और आराम करने से ठीक हो जाता है।

  • मूड स्विंग्स या भावनात्मक बदलाव (Mood Swings): कभी-कभी ऑर्गैज़्म के बाद हल्का भावनात्मक उतार-चढ़ाव महसूस हो सकता है। कई महिलाएँ समाजिक मिथकों और शर्म के कारण हस्तमैथुन के बाद अपराधबोध या घबराहट महसूस करती हैं। यह किसी शारीरिक समस्या का नहीं, बल्कि मानसिक दबाव का परिणाम होता है।

  • अत्यधिक निर्भरता (Overdependence): यदि हस्तमैथुन का प्रयोग बार-बार किया जाए, तो कुछ महिलाओं में यौन संतुष्टि के लिए पूरी तरह से इस पर निर्भर रहने की प्रवृत्ति विकसित हो सकती है। दीर्घकाल में, यह उनके साथी के साथ उनके यौन अनुभव को प्रभावित कर सकता है।

  • सेक्स ड्राइव पर प्रभाव (Effect on Libido): बहुत ज़्यादा हस्तमैथुन करने से कामेच्छा में थोड़े बदलाव देखे जा सकते हैं। कुछ महिलाओं में यह इच्छा बढ़ भी सकती है, जबकि कुछ में थोड़े समय के लिए कम महसूस हो सकती है। यह पूरी तरह आपकी आदतों और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है।

  • संक्रमण का खतरा (Risk of Infection): यदि हाथ साफ न हों या गलत वस्तुओं का प्रयोग किया जाए, तो योनि में बैक्टीरिया के प्रवेश का खतरा बढ़ जाता है। इससे मूत्र मार्ग संक्रमण, यीस्ट संक्रमण या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अच्छी स्वच्छता बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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हस्तमैथुन के बारे में आम मिथक और सच्चाई Masturbation Myths and Facts

हस्तमैथुन को लेकर समाज में कई तरह की गलत धारणाएँ फैली हुई हैं। ये मिथक ज्यादातर डर, शर्म और सही जानकारी के अभाव में बनाए गए हैं। 

मिथक 1: हस्तमैथुन से कमजोरी आती है

सच्चाई: हस्तमैथुन से कमजोरी नहीं आती। यह एक स्वाभाविक यौन प्रतिक्रिया है। ऑर्गेज्म के बाद थोड़ी थकान महसूस होना सामान्य है, जो कुछ ही मिनटों में दूर हो जाती है।

मिथक 2: ज्यादा हस्तमैथुन करने से शरीर का वजन कम हो जाता है

सच्चाई: हस्तमैथुन का वजन पर कोई असर नहीं पड़ता। वजन केवल आहार, शारीरिक गतिविधि, हार्मोन और जीवनशैली से प्रभावित होता है, ना की हस्तमैथुन से।

मिथक 3: इससे नपुंसकता (Erectile Dysfunction) हो जाती है

सच्चाई: हालांकिसामान्य और सीमित मात्रा में हस्तमैथुन करने से नपुंसकता नहीं होती है। लेकिन अत्यधिक पोर्न देखने से मानसिक प्रदर्शन संबंधी चिंता उत्पन्न हो सकती है।

मिथक 4: हस्तमैथुन करने से वीर्य कम हो जाता है

सच्चाई: हस्तमैथुन से वीर्य की मात्रा स्थायी रूप से कम नहीं होती है। कुछ पुरुषों में, बार-बार स्खलन से वीर्य की मात्रा अस्थायी रूप से कम हो सकती है, लेकिन शरीर 24-48 घंटों के भीतर इसे सामान्य स्तर पर वापस ले आता है।

मिथक 5: लड़कियों को हस्तमैथुन नहीं करना चाहिए

सच्चाई:  यह पूरी तरह गलत और लिंग-भेद आधारित मिथक है। जैसे पुरुषों के लिए यह सामान्य है, वैसे ही महिलाओं के लिए भी यह एक स्वाभाविक और सुरक्षित क्रिया है। महिलाओं में यह पेल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करने, तनाव कम करने और मासिक धर्म दर्द में राहत देने में मदद करता है।

मिथक 6: हस्तमैथुन से भविष्य में बच्चा पैदा करने में दिक्कत होती है

सच्चाई: हस्तमैथुन का प्रजनन क्षमता (fertility) पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। क्योंकि प्रजनन क्षमता पूरी तरह से अंडे और शुक्राणु की गुणवत्ता, जीवनशैली और स्वास्थ्य स्थितियों पर निर्भर करती है।

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डॉक्टर से कब मिलें?

आपको विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए यदि:

  • आप हस्तमैथुन करना बंद करना चाहते हैं लेकिन कर नहीं पा रहे हैं।

  • आपके जननांगों में दर्द, रक्तस्राव या सूजन है।

  • आप पोर्नोग्राफी पर बहुत अधिक निर्भर होते जा रहे हैं।

  • आपकी यौन गतिविधि में कमी आ रही है या आपको इसमें कठिनाई हो रही है।

निष्कर्ष:

हस्तमैथुन एक स्वाभाविक, सामान्य और सुरक्षित मानवीय व्यवहार है। इसके बारे में समाज में कई मिथक और गलतफहमियाँ हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह शरीर और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए लाभकारी हो सकता है, जैसे तनाव कम करना, बेहतर नींद, और अपनी sexual response को समझना।

फिर भी, हर चीज़ की तरह इसमें भी संतुलन ज़रूरी है। यदि यह आपकी दिनचर्या, रिश्तों या मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने लगे, तो विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर होता है। कई पुरुष अत्यधिक हस्तमैथुन को infertility से जोड़ देते हैं, जबकि अधिकतर मामलों में fertility पर इसका कोई स्थाई नकारात्मक प्रभाव नहीं होता। वास्तविक कारण जानने के लिए सही जांच और सही जानकारी जरूरी होती है। यदि आपको fertility, sperm count, sexual health या किसी भी जांच को लेकर चिंता है, तो अनुमान लगाने के बजाय सही टेस्ट और विशेषज्ञ सलाह लें। अपने आस-पास के सर्वश्रेष्ठ मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल मिरेकल्स हेल्थकेयर में प्रजनन विशेषज्ञ से परामर्श लें


Frequently Asked Questions

मास्टरबेशन  एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन करना या न करना पूरी तरह व्यक्तिगत पसंद है।

हस्तमैथुन की कोई निश्चित संख्या नहीं है। आप जितनी बार चाहें उतनी बार कर सकते हैं, बशर्ते इससे आपकी दिनचर्या और स्वास्थ्य पर कोई असर न पड़े।

संतुलित रूप से मास्टरबेशन  हर दिन करना सामान्य है, लेकिन बहुत ज़्यादा करने पर थकान, जलन या मानसिक बेचैनी हो सकती है।

यह तनाव कम करता है, मूड सुधारता है और बेहतर नींद में मदद करता है। लेकिन अत्यधिक करने पर हल्की शारीरिक असुविधा हो सकती है।

सामान्य मात्रा में हस्तमैथुन स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल हानिकारक नहीं है। यह सुरक्षित है, बस अत्यधिक आदत शारीरिक नुकसान पहुँचा सकती है।

नहीं, वैज्ञानिक रूप से यह साबित है कि हस्तमैथुन टेस्टोस्टेरोन को स्थायी रूप से कम नहीं करता।

संतुलित मात्रा में यह अच्छा और सुरक्षित माना जाता है।